दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने हासिम बाबा गैंग और सुहैल उर्फ चप्पल गैंग के चार शार्पशूटरों को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में हुए शूटआउट के सिलसिले में गिरफ्तार किया है।
इसी महीने हुए शूटआउट में चार लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। आरोपियों की पहचान घोष (22), अनस इकबाल (29), शावेद (26) और शहजाद (35) के रूप में हुई है।
अधिकारी ने बताया कि 5 जून को हुई घटना में गैंगस्टर इफरान उर्फ चेन्नू के गैंग से जुड़े चार लोगों पर अत्याधुनिक हथियारों से लैस कई बंदूकधारियों ने हमला कर दिया था। गोली लगने से चारों घायल हो गए।
घटना का वीडियो घटनास्थल के आसपास लगे विभिन्न सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया, जो सोशल मीडिया पर भी वायरल है।
विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि घटना के बाद पुलिस टीम ने हासिम बाबा गिरोह के सभी उपलब्ध विवरणों का विश्लेषण करना शुरू कर दिया और मुखबिरों को भी सक्रिय कर दिया।
उन्होंने कहा, आरोपी दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपना ठिकाना बदलते रहे। टीम उनका पीछा करती रही और परिणामस्वरूप, विशेष जानकारी मिली कि उक्त गोलीबारी में शामिल व्यक्ति वेलकम में रैन बसेरा के पास इकट्ठा होने वाले हैं।
यादव ने कहा, एक जाल बिछाया गया और गोलीबारी में शामिल आरोपियों को जाफराबाद में गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल किए गए हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में पता चला कि उक्त गोलीबारी गैंगस्टर हासिम बाबा के करीबी सुहैल के निर्देश पर हुई थी।
स्पेशल सीपी ने कहा, घटना में घायल हुए लोग इरफान उर्फ चेन्नू पहलवान गिरोह के सदस्य हैं और वे उन सट्टा संचालकों से पैसे लेने गए थे जिनसे गैंगस्टर हासिम अपना रैकेट चलाने के लिए पैसे वसूल रहा है।
हासिम के निर्देश पर सुहैल ने चेन्नू पहलवान के सहयोगियों को खत्म करने की योजना बनाई थी, जो उनकीअवैध गतिविधियों के मुनाफे में दखल दे रहे थे।
अधिकारी ने कहा, आरोपियों में से एक शहजाद ने घटना से आठ दिन पहले सभी शूटरों को आश्रय दिया और घटना के बाद उन्हें शरण देने में भी मदद की और बाद में उन्हें अपने पैतृक गांव ले गया।
अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन देशी तमंचा और 15 कारतूस समेत पांच हथियार भी बरामद किए हैं।