देश के बड़े वनस्पति घी निर्माता मयूर ग्रुप पर आयकर छापे की कार्रवाई 90 घंटे तक चली। अफसरों ने रविवार रात करीब एक बजे तक छानबीन की। कानपुर समेत देशभर के 35 ठिकानों में लंबी जांच के बाद बड़े खुलासे हुए हैं। आयकर अफसरों ने पांच करोड़ का सोना और ज्वेलरी सीज की है। शेल कंपनियों से करीब 20 करोड़ का लोन, आयकर रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों से 22 करोड़ से ज्यादा का कारोबार भी उजागर हुआ है। ग्रुप पर 25 करोड़ की टैक्स चोरी का मामला बना है। कारोबार, संपत्ति के 10 हजार से अधिक प्रपत्र जब्त करके ग्रुप के निदेशकों के बयान दर्ज किए हैं।
गुरुवार सुबह सात बजे आयकर विभाग की 50 टीमों ने मयूर ग्रुप के शक्कर पट्टी, सिविल लाइंस, रनियां स्थित फैक्टी, कारपोरेट ऑफिस व आवास के अलावा मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, इंदौर, देवास में 35 ठिकानों पर छापा मारा था। करीब 90 घंटे तक चली छानबीन में साफ़्टा नियमों का गलत तरीके से इस्तेमाल करके बड़े मुनाफे का भी पता चला था। विभाग ने खासकर ग्रुप के सात साल के कारोबार पर खास फोकस किया है। मानना है कि इन सालों के दस्तावेजों में काफी कुछ है, जिनसे बड़ी जानकारी मिल सकेगी। चार साल में ग्रुप पर यह तीसरी बड़ी कार्रवाई हुई थी। 30 दिसंबर 2021 को डीजीजीआई लखनऊ ने आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी थी। इससे पहले 25 फरवरी 2019 को डीआरआई कोलकाता और लखनऊ की टीमों ने छापा मारा था। पता चला था कि ग्रुप बांग्लादेश के रास्ते थाईलैंड से कच्चा माल मंगाता था। थाईलैंड से सीधे आयात पर टैक्स अधिक है, इसलिए इस रास्ते का इस्तेमाल किया जा रहा था।
आयकर छापे के दौरान ग्रुप व सहयोगियों के ठिकानों से टीमों ने 50 से ज्यादा कंम्प्यूटर व लैपटॉप जब्त किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, कानपुर, कोलकाता, मुंबई, इंदौर समेत कई जगह से जब्त कम्प्यूटर, लैपटॉप में काफी डाटा छिपाकर रखा गया है। इन तक पहुंचने में फॉरेंसिक टीम को भी काफी मेहनत करनी पड़ी। अबतक मिले डिजिटल डाटा का क्लोन डाटा भी विभाग ने बनाया है। बताया गया कि 75 करोड़ के कारोबार में बड़ी टैक्स चोरी की गई है।
आयकर विभाग ने ग्रुप व सहयोगियों के 35 ठिकानों पर छापे मारे थे। शनिवार शाम से ठिकानों से टीमों के लौटने का सिलसिला शुरू हो गया था। शनिवार रात तक छापे की कार्रवाई 35 से 22 ठिकानों पर आ गई थी। वहीं रविवार दोपहर तक आयकर टीमें 17 और जगह से वापस हो गई थीं। देर रात शेष छह
मयूर ग्रुप के एमराल्ड टॉवर स्थित अपार्टमेंट में खुफिया कमरे में भारी कैश भी मिला था। एक वरिष्ठ आयकर अफसर ने बताया कि यहां एक कमरा खुफिया तरीके से बनाया गया था। छापे के दौरान यहां से 45 लाख से ज्यादा कैश मिला था। सोशल मीडिया में आठ करोड़ रुपये मिलने को महज अफवाह बताया।
छापे के दौरान शक्कर पट्टी व नयागंज के कई कारोबारी सहमे रहे। इस कदर भयभीत रहे कि छापे का जिक्र होते ही चुप्पी साध ली। हालांकि कुछ बाजार के नेताओं ने जरूर यह कहा कि नयागंज में लगातार बड़ी कार्रवाई होने से स्थिति काफी अजीब होती है। जल्द ही इस मामले में व्यापारी संयुक्त रूप से बैठक भी करेंगे।