यूपी के बुलंदशहर से पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उसपर आरोप है कि वह बांगलादेश से आकर अवैध तरीके से हिंदुस्तान में रह रहा था। आरोपी 33 साल पहले भारत आया, जिसके बाद वह कलकत्ता और सहारनपुर में रहने के बाद पिछले 28 सालों से अपनी पहचान छुपाकर बुलंदशहर में रह रहा था। बता दें कि आरोपी फिजियोथेरेपी का काम करता है। साल 1995 में उसने बुलंदशहर में ही एक महिला से निकाह किया था। मामले की पोल तब खुली जब उसके पासपोर्ट बनवाने के लिए किए गए आवेदन की जांच हुई। फिलहाल, पुलिस और खुफिया विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी है।
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि इदरीश ने पहले फर्जी दस्तावेजों की मदद से वोटर आईडी कार्ड बनवाया फिर फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बनवा लिए। इसके बाद राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस समेत अन्य डॉक्युमेंट्स बनवाए। आरोपी ने बुलंदशहर में संपत्ति भी अर्जित कर ली। सूत्रों के अनुसार बांग्लादेशी नागरिक कई भारतीय केंद्रीय/राज्यस्तरीय योजनाओं का भी लाभ ले रहा था। आरोपी ने लोन लेकर बुलंदशहर में घर खरीदकर बैनामा भी कराया है। इदरीश के खिलाफ पूर्व में हुई विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज है। एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि बरामद सभी डॉक्युमेंट्स की जांच पड़ताल कर उसे निरस्त कराया जाएगा।
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि आरोपी इदरीश के कुल पांच बच्चे हैं। इनका एक लकड़ा यूपी के AMU में अरबी से पीएचडी कर रहा है। एक दिल्ली में पढ़ रहा है। बाकी बच्चे भी अलग अलग शहरों में पढ़ाई कर रहे हैं। आरोपी इदरीश के पास से 7 बैंकों के पासबुक भी बरामद हुई हैं। पुलिस अब बैंक खातों को भी खंगालने में जुटी है।