मुजफ्फरनगर। नई मंडी क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर अवैध निर्माण की शिकायतों और एक होटल में जिस्मफरोशी का धंधा पकड़े जाने के बाद जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण के जेई के कार्यक्षेत्र बदल दिए हैं। शहर के छह जेई के स्थान पर अवैध निर्माण की जांच की जिम्मेदारी केवल एक जेई को दी है।

शहर के एमडीए के जेई की मिलीभगत से अवैध निर्माण की शिकायत डीएम एवं एमडीए के वीसी अरविंद मलप्पा बंगारी से की गई थी। सबसे ज्यादा प्रकरण नई मंडी क्षेत्र में हाईवे और सिविल लाइन क्षेत्र के थे, हाईवे पर बागोवाली के पास चल रहे मां की रसोई होटल में छापा मारकर एसडीएम सदर एवं सीओ सिटी ने जिस्मफरोशी का धंधा पकड़ा था ।

जांच में सामने आया कि होटल पूरी तरह से अवैध है, इसका कोई नक्शा पास नहीं है। एनएचएआई की अनुमति भी नहीं है, इसके बाद शुरू हुई जांच में सामने आया कि हाईवे पर इस तरह के लगभग 150 से अधिक होटल बन चुके हैं। इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में तैनात जेई हितेश गुप्ता, राजीव त्यागी, सिविल लाइन में तैनात अवनीश गर्ग, विनय गर्ग, कोतवाली के राजीव कोहली को हटा दिया है। हितेश गुप्ता को निर्माण और अवस्थापना का काम दिया गया है। अवनीश गर्ग को खतौली और शुक्रताल में निर्माण और अवस्थापना का काम दिया गया है। विनय गर्ग और राजीव त्यागी को मानचित्र की जिम्मेदारी दी गई है। राजीव कोहली को खतौली भेजा गया है।

शहर के तीनों थाना क्षेत्रों में दो-दो जेई की व्यवस्था की गई थी। डीएम ने इसे बदल दिया है और अब पूरे शहर में अवैध निर्माण पर कार्रवाई का कार्य केवल जयकरण सिंह देखेंगे।

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