देशभर में बीते कुछ दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और शीत लहर का असर मैदानी क्षेत्रों में दिख रहा है। उत्तराखंड में भी सर्दी अपना तेवर दिखा रही है। हरिद्वार में शीतलहर और घने कोहरे के कारण जीवन बुरी तरह प्रभावित है। शीतलहर के साथ आज दिनभर बादल छाए रहे। भारी ठंड के चलते सड़कों पर भी आवाजाही बेहद कम रही। दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों की संख्या भी बेहद कम रही। यात्रियों और स्नानार्थियों से गुलजार रहने वाली हर की पौड़ी और अन्य घाटों पर सन्नाटा छाया हुआ है। इसके अलावा लोग जगह-जगह अलाव जलाकर सर्दी से बचने की कोशिश कर रहे है।
सड़कों और घाटों पर रहने वाले बेघरों और बाहर से आने वाले यात्रियों को सर्दी से बचाने के लिए जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र द्वारा हरिद्वार में बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, शिवमूर्ति, ललतारौ पुल, पोस्ट ऑफिस, हाथी पुल रैन बसेरा पुरुष, हाथी पुल रैन बसेरा महिला, रैन बसेरा अलकनंदा घाट, भीमगौड़ा बैरियर, हर की पौड़ी, सुभाष घाट, मालवीय द्वीप, मनसादेवी उड़न खटोल, पुरुषार्थी मार्केट, चण्डी घाट चौराहा, नाई घाट, सप्तऋषि, दुधाधारी चौक भूपतवाला, भारत माता मंदिर, शांतिकुंज, प्रेसक्लब हरिद्वार, डामकोठी गेट, मनसादेवी सीढ़ी मार्ग, चद्राचार्य चौक, रानीपुर हरिद्वार, रेलवे स्टेशन ज्वालापुर, जटवाड़ा पुल, हरिलोक कॉलोनी, शारदा नगर रेलवे फाटक, शंकराचार्य चौक, आर्यनगर चौक, बंगाली मोड़ कनखल, झंडा चौक, देश रक्षक कनखल, सतीघाट कनखल, सिंहद्वार सहित दर्जनों स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है।जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्बयाल ने अधिकारियों को आवश्यकतानुसार अलाव जलाने और निराश्रितों व बेघरों को कंबल वितरित करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में पहाड़ से लेकर मैदान तक समूचा उत्तराखंड शीत लहर की चपेट में है। मौसम विभाग के अनुसार, मैदानी जिलों में घने कोहरे को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आईएमडी की माने तो ज्यादातर क्षेत्र प्रचंड शीत लहर की चपेट में आ सकते हैं।