मुजफ्फरनगर में जय किसान आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। संगठन से जुड़े किसानों ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन की तरह वह चाहते हैं कि देश में जो कारपोरेट लुटेरे हैं सरकार उन्हें भारत से भगाए। उन्होंने कहा कि कुछ औद्योगिक घराने देश को लूट रहे हैं। भोली भाली जनता की गाढी कमाई देश से लूटकर विदेश भेजी जा रही है।
बुधवार को जय किसान आंदोलन संगठन के सहारनपुर मंडल अध्यक्ष संजीव देशवाल के नेतृत्व में किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे। राष्ट्रपति के नाम डीएम को ज्ञापन देकर किसानों ने कहा कि ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ ऐतिहासिक स्वतंत्रता संग्राम के प्रेरणा प्रद और ऊर्जावान आह्वान की शुरुआत को चिन्हित करने के लिए 9 अगस्त को पूरे देश में भारत छोड़ो दिवस मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि इस साल भारत के किसान और खेतिहर मजदूर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की चली आ रही कारपोरेट समर्थक नीतियों के विरोध में कॉरपोरेट लुटेरों भारत छोड़ो खेती छोड़ो की मांग के लिए अपनी सामूहिक आवाज उठा रहे हैं। संगठन कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय संसाधनों जैसे जंगल, नदी और अन्य जल संसाधन और कृषि भूमि पर कॉरपोरेट और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए एकाधिकारवादी मित्र पूंजी पतियों के साथ साजिश रच रही है।
इससे किसानों का एक बड़ा वर्ग जो भारत की आबादी का लगभग 52% है बर्बाद हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को अपने जीवन और आजीविका से उखाड़ फेंका जा रहा है उन्हें प्रवासी श्रमिक बने और गुलाम जैसी परिस्थितियों में रहने और काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इस मौके पर विजय सिंह, अनीता राणा, सौरभ चंद्रपाल आदि शामिल रहे।