नोएडा में सरेआम महिला पत्रकार से छेड़छाड़ के मामले में अखिलेश यादव के पोस्ट से हरकत में आई नोएडा पुलिस ने 24 घंटे के अन्दर ही दोनो आरोपियों को गिरफ्तार लिया है। नोएडा पुलिस ने बताया 25 वर्षीय अश्वत निवासी और 27 वर्षीय विपिन मुजफ्फरनगर के रहने वाले है, इन दोनों ने महिला मीडिया कर्मी से छेड़छाड़ की थी. एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से महिला मीडिया कर्मी पर कमेंट करने की सूचना प्राप्त हुई थी। तत्काल पीड़िता से संपर्क कर थाना सेक्टर-20 पर मुकदमा दर्ज किया गया था। घटना के अनावरण के लिए तीन टीमों का गठन किया गया। घटनास्थल के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। आरोपियों को चिन्हित कर 24 घंटे में गिरफ्तार किया गया। आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।रअसल, सपा प्रमुखु अखिलेश यादव ने नोएडा के सेक्टर 18 डीएलएफ मॉल के पास बुधवार को देर रात महिला मीडियाकर्मी के साथ छेड़छाड़ की घटना को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला उन्होंने कहा कि महिला, स्त्री या बहन, बेटी, बहू चाहे जो कह लें, इन सबमें एक बात समान है कि बड़े-बड़े दावों के बीच भी इनके लिए भयमुक्त स्वतंत्र वातावरण नहीं बन पा रहा है। सवाल सिर्फ़ ये नहीं है कि इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है, सवाल ये भी है कि ये कब और कैसे मुमकिन होगा।
उन्होंने कहा कि अक्सर ज़िम्मेदारी तय करने की बात लोगों को बीती घटना तक ही सीमित कर देती है। जिसमें घटना की बात तो होती है पर उसकी मूल वजहों पर बात नहीं होती। इसीलिए बात समस्या में उलझकर रह जाती है, सार्थक समाधान की बात नहीं कर पाती है। इसी वजह से समय की माँग ये है कि प्रश्न में वर्तमान की चिंता के साथ-साथ सच्चे समाधान की बात आज से ही शुरू होनी चाहिए। इसके लिए व्यक्तिगत सोच से शुरुआत करनी पड़ेगी, जो परिवार, समाज और फिर देश के स्तर पर बदलाव लाएगी।
नारी की गरिमा को किसी भी प्रकार जो ठेस पहुँचती है फिर वह चाहे मानसिक हो या शारीरिक; उसके पीछे सदैव कोई नकारात्मक सोच होती है। जो कभी किसी को कमतर मानने की सोच हो सकती है या हीन भावना से देखने की। इसीलिए सुधार के लिए एक बड़ी मानसिक क्रांति की ज़रूरत है। जिसकी शुरुआत शिक्षा ही से करनी पड़ेगी, जो लड़के-लड़की के भेद को मिटाए, बराबरी का भाव लाए, इसके लिए चाहे नयी कहानियाँ या नयी कविता, नये सबक या नये पाठ लिखने पड़ें। ये बीज-प्रयास करने ही पड़ेंगे।