भाजपा के महाजनसंपर्क अभियान के बाद प्रदेश भाजपा में बड़ा बदलाव किया जाएगा। पार्टी को नए प्रदेश प्रभारी मिल सकते हैं साथ ही पार्टी में सभी छह संगठनात्मक क्षेत्रों की नई टीम का गठन होगा। पार्टी के अग्रिम मोर्चों के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर मूल संगठन के जिलाध्यक्ष तक बदले जाएंगे।
मोदी सरकार के नौ वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में भाजपा की ओर से महानजसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। 25 मार्च को पार्टी की नई प्रदेश टीम घोषित होने के बाद से संगठन में अन्य स्तर पर भी बदलाव अपेक्षित है। लेकिन पहले निकाय चुनाव और अब महाजनसंपर्क अभियान के चलते परिवर्तन की कार्यवाही रूकी हुई है। सूत्रों की ओर से आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में नए प्रभारी की तैनाती हो सकती है। प्रदेश के वर्तमान पार्टी प्रभारी राधामोहन सिंह की नियुक्ति नवंबर 2020 में हुई थी। सिंह के रहते हुए भाजपा ने पंचायत चुनाव, विधानसभा चुनाव 2022, राज्यसभा चुनाव, विधान परिषद चुनाव और नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा को एक तरफा जीत मिली। पार्टी का एक तबका चाहता है कि लोकसभा चुनाव तक राधा मोहन सिंह को ही प्रभारी बनाए रखने के पक्ष में हैं।
पार्टी के अवध, कानपुर, ब्रज, पश्चिम, गोरखपुर और काशी क्षेत्र में नए क्षेत्रीय अध्यक्षों की तैनाती के बाद से उनकी नई टीम की घोषणा भी जुलाई में होनी है। क्षेत्रीय टीमों ज्यादा बदलाव का प्रयोग करने की जगह आंशिक परिवर्तन ही किया जाएगा। पार्टी के करीब एक दर्जन से अधिक जिलाध्यक्षों को भी बदला जाएगा। जिलाध्यक्षों के बदलाव में नगरीय निकाय चुनाव से लेकर महाजनसंपर्क अभियान के दौरान सक्रियता प्रमुख आधार होगी। उधर, युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, ओबीसी मोर्चा, एससी मोर्चा, एसटी मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा और किसान मोर्चा में भी नए प्रदेश अध्यक्षों की तैनाती हो सकती है।