एमपी के अशोकनगर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब खाद की मांग करते हुए बीेजेपी मंडल अध्यक्ष ने खुद के ऊपर डीजल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। मौके पर मौजूद किसानों और अन्य लोगों ने मंडल अध्यक्ष को समझाकर किसी तरह रोका। नई सराय में खाद वितरण के दौरान यह घटना घटी। आत्मदाह की कोशिश से वहां मौजूद कर्मचारियों की तो सांसें फूल गईं। बाद में एसडीएम सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और पुलिस की मौजूदगी में खाद वितरण कराया गया। यहां चार गांवों के हजारों किसानों के लिए सिर्फ 500 बोरी डीएपी पहुंचा था जिससे अफरातफरी की स्थिति बन गई।

जिला प्रशासन सहकारी समितियों के माध्यम से डीएपी का वितरण करा रहा है। सेवा सहकारी समिति नईसराय में चार गांवों में हजारों किसान हैं जिन्हें डीएपी की जरूरत है लेकिन समिति में सिर्फ 500 बोरी डीएपी खाद ही भेजा गया।

रविवार सुबह खाद वितरण की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में किसान खाद लेने पहुंच गए। यहां भाजपा मंडल अध्यक्ष रामेंद्रसिंह के निवास पर समिति प्रबंधक द्वारा किसानों से भू अधिकार पुस्तिका और आधारकार्ड की छाया प्रति जमा कराई जाने लगी। खाद लेने आए सभी किसानों को भाजपा मंडल अध्यक्ष रामेंद्र सिंह ने पानी और चाय की व्यवस्था की।

इसी बीच सूचना मिली कि सिर्फ सहकारी समिति के नियमित किसानों को ही खाद दिया जाएगा। इस पर किसानों ने हंगामा कर दिया। समिति प्रबंधक भी अपना रिकॉर्ड लेकर ग्राम पंचायत में आकर खाद वितरण की तैयारी में लग गए। इससे किसान भी ग्राम पंचायत भवन पहुंचे और हंगामा कर दिया।

ग्राम पंचायत सरपंच प्रतिनिधि और भाजपा मंडल अध्यक्ष रामेंद्रसिंह भी हाथ में डीजल से भरी बोतल लेकर पहुंचे और डीजल अपने शरीर पर उड़ेल लिया। यह नजारा देख मौके पर मौजूद किसान और अधिकारियों की सांसें फूल गई। पुलिस स्टाफ और अन्य लोगों की समझाइश के बाद मामला किसी तरह शांत हुआ।

बीजेपी मंडल अध्यक्ष रामेंद्रसिंह ने बताया कि खाद लेने आए ज्यादातर किसान ओवरड्यू हैं। जबकि कई किसान समिति के सदस्य नहीं हैं। ऐसे किसानों को प्रशासन नकदी में भी खाद नहीं दे रहा। इसलिए उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। मामले की सूचना मिलते ही एसडीएम इसरार खान, तहसीलदार सत्यप्रकाश शुक्ला, थाना प्रभारी पुनीत दीक्षित मौके पर पहुंचे और पात्र किसानों को खाद वितरण कराया।

एसडीएम इसरार खान ने बताया कि सबसे पहले सोसाइटी के ड्यू किसानों को खाद दिया जा रहा है। ओवरड्यू किसान यदि पूर्व की बकाया राशि जमा करते हैं तो इसके बाद उन्हें भी खाद दिया जाएगा। ऐसे किसानों को खाद नहीं दिया जाएगा तो समिति के सदस्य ही नहीं है। एसडीएम ने कहा कि खाद का वितरण नियम अनुसार ही किया जा रहा है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights