बिहार में राजनीति मे भारी उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
राजभवन से इस्तीफा सौंप कर वापस आने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। महागठबंधन की सरकार समाप्त हो गई है।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार चलाने में दिक्कत आ रही थी, परेशानी हो रही थी।
उन्होंने कहा कि पार्टी के लोग और इधर उधर से भी सुनने को मिल रहा था, जिसके बाद यह फैसला लिया गया।
उन्होंने इंडिया गठबंधन को लेकर भी कहा कि एक नया गठबंधन बड़ी मेहनत कर बनाई गई थी लेकिन उसमें कोई काम नही हो रहा था।
आगे सरकार बनाने को लेकर पूछे गए सवाल पर नीतीश कुमार ने सीधे कोई जवाब नही दिया, लेकिन इतना जरूर कहा कि लोग आएंगे तो पता चलेगा ही।
नीतीश कुमार आज सुबह ही अपना इस्तीफा देने के लिए राजभवन के लिए रवाना हुए थे और राज्यपाल से मिलकर उन्होंने अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया।
बिहार में मचे राजनीतिक घमासान के बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि नीतीश कुमार ने 23 जून 2023 को पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक बुलाई थी।
दूसरी बैठक 17-18 जुलाई 2023 को बेंगलुरु में और फिर 31 अगस्त-1 सितंबर 2023 को मुंबई में बैठक हुई थी।
तीनों ही बैठकों में नीतीश कुमार का योगदान रहा, तो हम यह मानकर चल रहे थे कि वे भाजपा -BJP के खिलाफ लड़ेंगे, बीजेपी की विचारधारा को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
नीतीश कुमार ने सुबह राज्यपाल से मिलने का समय मांगा था। कहा जा रहा है कि इससे पहले जदयू के विधायक दल की बैठक में इस्तीफे को लेकर औपचारिक फैसला लिया। और फिर राजभवन जाकर नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौपा।
इधर, मुख्यमंत्री आवास से राजभवन तक सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीएम आवास से राजभवन तक के रास्ते को बेरकेडिंग कर दिया गया है।
सूत्रों का कहना है कि इस्तीफा देने के बाद सरकार बनाने की कवायद प्रारंभ हो जाएगी। माना जा रहा है कि इसके बाद नीतीश नौवीं बार मुख्यमंत्री की शपथ ले सकते हैं।