बिजनौर में लगातार बढ़ रहे गुलदार के हमलों को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने मृतकों के परिजनों से मिलने के बाद देर शाम किसान यूनियन के पदाधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम से मुलाकात की।
उन्होंने गुलदार के हमलों की समस्या के समाधान के लिए ठोस योजनाएं बनाने की अपील की और मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की। बिजनौर जिले में गुलदार के हमले बढ़ते जा रहे हैं, जिससे स्थानीय लोग काफी दहशत में हैं। ग्रामीण इलाके के लोग खेती करने से भी डरने लगे हैं। अब तक इन हमलों में 25 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 100 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
राकेश टिकैत और उनके प्रतिनिधि मंडल ने डीएम अंकित कुमार अग्रवाल से मुलाकात के दौरान गुलदार की समस्या को प्रमुखता से उठाया। टिकैत ने डीएम को बताया कि वन विभाग संसाधनों की कमी से जूझ रहा है और गुलदारों को पकड़ने में विफल हो रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रेप कैमरों की कमी के कारण गुलदारों की लोकेशन ट्रेस करने में कठिनाई हो रही है, वहीं पिंजरों की कमी भी एक बड़ी समस्या है।
टिकैत ने डीएम से मांग की कि गुलदारों के हमलों में मारे गए लोगों के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए, घायलों का मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया जाए, पिंजरों की संख्या बढ़ाई जाए और गुलदारों को नर भक्षी घोषित किया जाए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि वन विभाग को आवश्यक संसाधन और उपकरण प्रदान किए जाएं ताकि गुलदारों को पकड़ने में मदद मिल सके और भविष्य में किसी की जान न जाए।