एक दशक में अपने पांचवें उलटफेर में नीतीश कुमार ने आज लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन छोड़ दिया। इसी के साथ कई दिनों की राजनीतिक अटकलों के बाद बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया। इसके तुरंत बाद, उन्होंने अपने पूर्व सहयोगी भाजपा के समर्थन से नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। भाजपा ने नीतीश के लिए एत भव्य शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम रखा था। यहां नीतीश कुमार ने आज उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में सबसे अधिक 9वीं बार बिहार के सीएम पद की शपथ ली है।
भाजपा ने पिछले साल कहा था कि नीतीश के लिए उनके दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं। इसी बीच एक बार फिर से उनसे हाथ मिला लिया है। नीतीश के राजभवन पहुंचने से कुछ देर पहले आज सुबह भाजपा विधायकों और राज्य नेताओं ने एक बैठक की। बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि सभी बीजेपी विधायकों ने सर्वसम्मति से बिहार के लोगों के कल्याण के लिए फिर से बीजेपी-जेडीयू सरकार बनाने के प्रस्ताव का समर्थन किया है।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने से आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार में भाजपा को क्या लाभ मिलेगा।