शुक्रवार को मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में भाजपा और कांग्रेस के नगर पालिका परिषद शहर के विकास के लिए, न केवल एक मंच पर आए, बल्कि उन्होंने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन भी किया।
नगर पालिका के पार्षदों में मुख्य नगर पालिका अधिकारी की कार्यशैली को लेकर नाराजगी है। कांग्रेस और भाजपा पार्षदों का आरोप है कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा त्रैमासिक पत्रक प्रस्तुत नहीं किया जाता है, इसके साथ ही कई अन्य तरह की अनियमितताएं की जा रही है। इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं के तहत आने वाली राशि का भी उपयोग नहीं किया जा रहा है।
इसी बात पर शुक्रवार को पार्षदों का विशेष सम्मेलन बुलाया गया। इस दौरान मौजूद कांग्रेस और भाजपा पार्षदों ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी की कार्यशैली पर सवाल उठाए और अपना विरोध दर्ज कराया। इस सम्मेलन में सीएमओ नहीं पहुंची और पार्षदों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद तमाम पार्षदों से सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया।
कांग्रेस पार्षद रजनी जायसवाल ने कहा कि विशेष सम्मेलन में मुख्य नगर पालिका अधिकारी की कार्यशैली के खिलाफ नारेबाजी और उन्हें यहां से हटाने की मांग की गई। भाजपा पार्षद अभिषेक खरे का कहना है कि हम सभी पार्षद के लिए यहां दल का नहीं, शहर का मामला है, शहर का विकास हम सभी की मंशा है और उसके लिए सभी एक हैं।
नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार खान उर्फ पप्पू मलिक का कहना है, मुख्य नगरपालिका अधिकारी गीता मांझी जब से आई हैं, तब से कई तरह की अनियमितताएं हुई है।
वर्तमान में पदस्थ सीएमओ को हटाया जाए और उनके स्थान पर विकास के हिमायती अधिकारी को टीकमगढ़ भेजा जाए। हम यह मांग मुख्यमंत्री मोहन यादव और नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से करते हैं। इसके साथ ही मुख्य नगर पालिका अधिकारी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी लाया गया है।