प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को ‘प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र’ के साथ ही देश में जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने की परियोजना की शुरुआत की। पीएम मोदी ने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से संवाद के लिए वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। पीएम मोदी ने कहा कि पूरे देश में यह सुनाई दे रहा है कि जहां से लोगों की अपेक्षाएं दूसरों से खत्म होती हैं वहां से मोदी की गारंटी शुरू होती है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘अच्छी दवाई और सस्ती दवाई ये बहुत बड़ी सेवा है। जितने लोग मुझे सुन रहे हैं, उनसे मेरा आग्रह है कि जनऔषधि केंद्र के बारे में लोगों को बताइए। दवाइयों पर जो खर्चा पहले 12-13 हजार का होता था, वह जनऔषधि केंद्र की वजह से सिर्फ 2-3 हजार हो रहा है यानी 10 हजार रुपये आपकी जेब में बच रहे हैं।’
‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ पूरे देश में सरकार की प्रमुख योजनाओं की संपूर्ण पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है ताकि इन योजनाओं का लाभ समयबद्ध तरीके से सभी लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचे। केंद्र की कई योजनाओं के, ओड़िशा के एक लाभार्थी से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा ‘मोदी की गारंटी’ वाली गाड़ी है और गांव-गांव जा रही है। उन्होंने उक्त लाभार्थी से आग्रह किया कि उन्हें अब देश को विकसित बनाने में योगदान का संकल्प लेना चाहिए और इस अभियान में गांव के लोगों को भी जोड़ना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए चार बड़ी ‘जातियां’ गरीब, युवा, महिला, किसान हैं जिनके उत्थान से भारत विकसित होगा। दस वर्ष तक मेरे कामकाज को देखकर लोगों को सरकार पर अटूट भरोसा हुआ है, पिछली सरकारें खुद को उनका ‘माई-बाप’ समझती थीं। विकसित भारत संकल्प यात्रा ने जन आंदोलन का रूप ले लिया है, यह अब तक 12,000 पंचायतों तक पहुंच चुकी है। पीएम मोदी ने कहा कि पूरे देश में यह सुनाई दे रहा है कि जहां से लोगों की अपेक्षाएं दूसरों से खत्म होती हैं वहां से मोदी की गारंटी शुरू होती है। जन औषधि केंद्र किफायती कीमतों पर दवाएं उपलब्ध कराने के लिए बनाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र’ को भी लॉन्च किया है। ड्रोन केंद्र महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को ड्रोन मुहैया करेगा ताकि वे इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर आजीविका कमा सकें। इस योजना के तहत तीन सालों में महिलाओं को 15 हजार ड्रोन दिए जाएंगे। पीएम मोदी ने इस योजना को लेकर बात करते हुए कहा कि जब ड्रोन चलाने के लिए प्रशिक्षण देने की शुरुआत की गई तो इस योजना को लेकर बहुत से लोगों ने संदेह जताए थे। इससे पहले एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि महिलाओं के नेतृत्व में विकास सुनिश्चित करना प्रधानमंत्री का निरंतर प्रयास रहा है और इस दिशा में एक और कदम उठाते हुए मोदी ने ‘प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र’ की शुरुआत की है।