उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर ‘जनता दर्शन’ किया। इस दौरान सीएम ने प्रत्येक पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को समय सीमा के अंदर समाधान के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार सुबह अपने सरकारी आवास पर ‘जनता दर्शन’ में पहुंचे प्रत्येक पीड़ितों से मुलाकात की। सीएम ने उनकी समस्याओं को सुना, फिर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ितों को समय सीमा के अंदर न्याय मिले। किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनता दर्शन में पुलिस की प्रताड़ना से संबंधित शिकायत को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि पीड़ितों के प्रति पुलिस संवेदनशील रहे और स्थानीय स्तर पर ही सुनवाई सुनिश्चित होती रहे। वहीं उपचार के लिए आर्थिक सहायता के प्रार्थना पत्र भी आए, जिस पर मुख्यमंत्री ने कागजी कार्रवाई कर मरीजों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
जमीन पर कब्जे की शिकायत को लेकर आए पीड़ितों को भी सीएम ने आश्वस्त किया कि कहीं भी ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि जमीन कब्जा की शिकायत पर सख्ती बरतते हुए इस पर अंकुश लगाया जाए।
वहीं युवाओं ने भी अपनी समस्याओं से मुख्यमंत्री को रूबरू कराया, जिस पर उन्हें भी त्वरित समाधान का आश्वासन मिला। सीएम ने सभी प्रार्थना पत्रों का समय सीमा के अंदर निस्तारण कर पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने का भी निर्देश दिया।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता होने के कारण मार्च महीने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनता दर्शन कार्यक्रम रुक गया था। जिसे चुनाव खत्म होने के बाद एक बार फिर शुरू किया गया है। लखनऊ हो या गोरखपुर, जनता दरबार लगाकर वो लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं।