पश्चिम बंगाल में एक बार फिर सेप्टिक टैंक मौत का कुंआ बन गया है। बताया जा रहा है कि सेप्टिक टैंक में काम करने उतरे तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना मुर्शिदाबाद जिले के हरिहरपाड़ा थाने के मदरतला इलाके की बताई जा रही है। इस हादसे में एक घायल हुए अन्य को गंभीर हालत में मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों में रज्जाब अली, माजू शेख और मोनिरुल शेख शामिल हैं।
हादसे की सूचना मिलते ही हरिहरपाड़ा पुलिस और स्थानीय बीडीओ दुर्घटनास्थल पर पहुंचे। प्रारंभिक तौर पर माना जा रहा है कि यह दुखद हादसा टैंक में जहरीली गैस बनने की वजह से हुआ। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, अर्सेलिम शेख नाम के शख्स के घर में काफी पहले सेप्टिक टैंक बनाया गया था। जो लकड़ी के तख्तों से ढका हुआ था। हाल ही में उसने पक्का काम करने के लिए राजमिस्त्री और मजदूरों को नियुक्त किया था।
राजमिस्त्री और मजदूरों पट्टे खोलने का काम कर रहे थे। उसी समय रज्जब अचानक नीचे गिर गया। सहकर्मी माजू उसे बाहर निकालने नीचे उतरा। दोनों काफी देर तक बाहर नहीं आए तो मनिरुल व एक अन्य कर्मचारी भी नीचे उतरे। ऑक्सीजन की कमी के कारण चारों लोग बेहोश हो गए। घर के मालिक अर्सेलिम ने स्थानीय थाने और बीडीओ कार्यालय को इसकी सूचना दी।
राजमिस्त्री और मजदूरों पट्टे खोलने का काम कर रहे थे। उसी समय रज्जब अचानक नीचे गिर गया। सहकर्मी माजू उसे बाहर निकालने नीचे उतरा। दोनों काफी देर तक बाहर नहीं आए तो मनिरुल व एक अन्य कर्मचारी भी नीचे उतरे। ऑक्सीजन की कमी के कारण चारों लोग बेहोश हो गए। घर के मालिक अर्सेलिम ने स्थानीय थाने और बीडीओ कार्यालय को इसकी सूचना दी।
सूचना मिले ही पुलिस और बीडीओ जेसीबी लेकर वहां पहुंचे। चारों को बाहर निकालकर हरिहरपारा ब्लॉक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए। जहां तीन जनों को मृत घोषित कर दिया गया। घटना के बाद से इलाके में मातम छाया हुआ है। आपको बता दें कि इसी महीने पूर्वी बर्दवान में इसी तरह की घटना सामने आई थी। बर्दवान में मकान मालिक के बेटे सहित तीन लोगों की इस प्रकार ही मौत हुई थी।