कई मौकों पर अपने बयान से पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा करने वाले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कुछ ऐसा बयान दे दिया है जो पार्टी के लिए फिर से वही स्थिति पैदा कर सकता है। जी हां, उन्होंने दावा किया है कि ‘अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास कराना राजीव गांधी को सबसे बड़ी गलती थी। अयोध्या में उनका शिलान्यास कराना पाप था। मैंने राजीव को खुद कहा कि उनको अपने फैसले स्वयं लेने चाहिए थे। लेकिन अंत में तो प्रधानमंत्री का फैसला होता है।’ अय्यर ने आगे कहा इसी शिलान्यास के चलते कांग्रेस चुनाव हारी और BJP को लोगों का समर्थन मिलना शुरू हो गया। वक्त बीतने के साथ ये समर्थन इतना ज्यादा बढ़ गया कि बाद में हम बीजेपी को रोक नहीं पाए।
राजीव गांधी को निशाने पर लेने के बाद भी कांग्रेस नेता अय्यर नहीं रुके। उसके बाद वो पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव को बीजेपी का एजेंट बताने लगे। उन्होंने कहा कि BJP के पहले पीएम अटल बिहारी वाजपेयी नहीं थे बल्कि भाजपा के पहले प्रधानमंत्री राव थे। राव भारत को हिन्दुओं का देश मानते थे और बीजेपी भी यही मानती है। राव ने कई मौकों पर कुछ ऐसे निर्णय लिए जो बीजेपी की राजनीति से मिलती जुलती थी। बता दें कि नरसिम्हा राव ने 1991 से 1996 तक भारत के नौवें प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। उन्हीं के कार्यकाल के दौरान बाबरी मस्जिद को गिराया गया था।