गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन की ‘सनातन धर्म‘ के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधा और उन पर वोटबैंक तथा तुष्टीकरण की राजनीति के लिए ‘सनातन धर्म‘ का अपमान करने का आरोप लगाया।

शाह ने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे सहित द्रमुक नेता कह रहे हैं कि ‘सनातन धर्म‘ को समाप्त कर दिया जाना चाहिए। डूंगरपुर जिले के बेणोर धाम में भाजपा की दूसरी परिवर्तन संकल्प यात्रा की शुरूआत के मौके पर आयोजित एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि इन लोगों ने वोट बैंक की और तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिये सनातन धर्म को समाप्त करने की बात की है. हमारी संस्कृति.हमारे इतिहास और सनातन धर्म का अपमान किया है।

उन्होंने कहा ‘मनमोहन सिंह ने कहा था बजट पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है..हम कहते हैं कि बजट पर पहला अधिकार गरीबों का, आदिवासियों का दलितों का और पिछडों का है। इन्होंने वोट बैंक की लालच में अल्पसंख्यकों का पहला अधिकार सिद्ध कर दिया।’’ शाह ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने कहा जो हिन्दू संगठन हैं वो लश्कर ए तैयबा से भी खतरनाक है। राहुल बाबा आप हिन्दू संगठनो का (आतंकवादी संगठन) लश्कर के साथ तुलना करते हो और आपके गृहमंत्री कहते थे कि हिन्दू आतंक चल रहा है।’ अयोध्या में राम मंदिर के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘इस घंमडिया गठबंधन के प्रमुख घटक कांग्रेस ने सालों तक राम मंदिर को रोक कर रखा। उन्होंने कहा ‘‘यह घमंडिया (इंडिया) गठबंधन (मंदिर बनने से) रोक नहीं सकता. इंडिया गठबंधन . कांग्रेस उसको (मंदिर निर्माण) रोक नहीं सकते. अरे बहुत रोक लिया आपने जितना रोकना था, वो रोक लिया अब नरेन्द्र मोदी जी का राज है आप इसको रोक नहीं सकते ।’’

‘सनातन धर्म’ पर विवादास्पद बयान को लेकर तमिलनाडु के मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ दिल्ली पुलिस में दो अलग-अलग शिकायतें दर्ज की गई हैं। ये शिकायतें सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल और हिंदू सेना प्रमुख विष्णु गुप्ता ने दायर की हैं। शिकायतों में कहा गया है कि ये टिप्पणियां सनातन धर्म के प्रति घृणा प्रदर्शति करती हैं और तमिलनाडु सरकार में विधायक और मंत्री उदयनिधि मारन पर जानबूझकर धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है। शिकायतों में कहा गया कि उदयनिधि स्टालिन ने हिंदू धर्म अनुयायियों के नरसंहार का आह्वान किया। उन्होंने दिल्ली पुलिस से इस संबंध में संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया।

तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) की युवा इकाई के सचिव एवं राज्य के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को सामाजिक न्याय के खिलाफ होने का आरोप बताते हुए कहा कि इसे समाप्त किया जाना चाहिए।

उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, और डेंगू वायरस एवं मच्छरों से होने वाले बुखार से करते हुए कहा कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए बल्कि नष्ट कर देना चाहिए। तमिलनाडु प्रगतिशील लेखक एवं कलाकार संघ की शनिवार को यहां आयोजित बैठक को तमिल में संबोधित करते हुए उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म का उल्लेख ‘सनातनम’ के तौर पर किया। उन्होंने कहा, ‘सनातनम क्या है? यह संस्कृत भाषा से आया शब्द है। सनातन समानता और सामजिक न्याय के खिलाफ होने के अलावा कुछ नहीं हैं।’
उदयनिधि ने कहा, ‘सनातन का क्या अभिप्राय है? यह शास्वत है, जिसे बदला नहीं जा सकता, कोई सवाल नहीं कर सकता है और यही इसका मतलब है।’

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