झारखंड के आईएएस अफसर आदित्य रंजन इन दिनों अपने विवादित बयान की वजह से सुर्खियों में छाए हुए है। आईएएस रंजन ने शिक्षकों को खुलेआम धमकी दी है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया जमकर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में वह कह रहे है कि अगर कोई भी शिक्षक स्कूल में चप्पल पहनकर आया तो उसी से मारा जाएगा। इस बयान के बाद शिक्षक संघ ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। टीचर्स भी आईएएस आदित्य रंजन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे है।
शिक्षक संघ का कहना है कि इस तरह के बयान अस्वीकार्य हैं और वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। संघ ने इस मामले में संबंधित अधिकारियों से उचित कार्रवाई की मांग की है और आदित्य रंजन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस घटना ने शिक्षा विभाग और सरकारी अधिकारियों के बीच संबंधों में तनाव पैदा कर दिया है और शिक्षकों ने आदित्य रंजन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
झारखंड के आईएएस अफसर आदित्य रंजन, जो शिक्षा परियोजना के निदेशक भी हैं, का एक वीडियो हाल ही में वायरल हुआ है। इस वीडियो में वे एक वर्कशॉप में खुलेआम यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि अगर कोई भी शिक्षक स्कूल में हवाई चप्पल पहनकर आया तो उसी से उन्हें मारेंगे ताकि वे चप्पल पहनना भूल जाएं।
आदित्य रंजन के बयान के बाद से शिक्षकों में गहरी नाराजगी है। उनके इस बयान के विरोध में दो दिन से शिक्षक नंगे पैर या चप्पल पहनकर ही स्कूल आ रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन के जरिए शिक्षक अपनी असहमति और असंतोष जाहिर कर रहे हैं। शिक्षकों ने आदित्य रंजन को उनके पद से हटाने की मांग की है, क्योंकि वे इस तरह के अपमानजनक व्यवहार को स्वीकार नहीं कर सकते।
शिक्षक संघ का कहना है कि आदित्य रंजन का बयान उनके आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाता है और इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। संघ ने संबंधित अधिकारियों से तुरंत कार्रवाई करने और आदित्य रंजन को उनके पद से हटाने की मांग की है ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। बताया जा रहा है कि उन्हें पद से हटाने की मांग को लेकर शिक्षक सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने एजुकेशन प्रोजेक्ट डायरेक्टर को पद से हटाने की मांग को लेकर एक ज्ञापन भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सौंपा है।