रैपिड रेल से जुड़ा एक नया अपडेट सामने आया है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के प्राथमिक खंड पर रैपिड रेल का परिचालन निकाय चुनाव की घोषणा से पहले हो सकता है। एक सप्ताह में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम जारी होने की उम्मीद है।
यूपी के मुख्य सचिव के दौरे के बाद से प्रशासन, पुलिस और एनसीआरटीसी (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम) के अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। गाजियाबाद के जिला प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने भी रैपिड रेल जल्द ही यात्रियों के लिए शुरू करने की बात कही है।
रैपिड रेल का प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किलोमीटर लंबा है। इस खंड में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन हैं। सभी स्टेशन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। सेफ्टी क्लीयरेंस मिलने के साथ ही परिचालन शुरू हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की पहली रैपिड रेल का उद्घाटन करेंगे। इसके लिए पीएमओ से समय मांग लिया है। तीन से पांच दिन में सेफ्टी क्लीयरेंस मिल सकता है।
प्रधानमंत्री का कार्यक्रम जारी होने से पहले प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कॉरिडोर का निरीक्षण कर निर्माण कार्यों का जायजा लिया। उन्हें प्राथमिक खंड पर रैपिड रेल चलाने की सभी तैयारी पूरी मिली।
एक अधिकारी ने बताया कि रैपिड रेल यात्रियों के लिए निकाय चुनाव की घोषणा होने से पहले चलने लगेगी, क्योंकि कॉरिडोर तैयार हो गया। आचार संहिता लगने के बाद रैपिड रेल का उद्घाटन मुश्किल होगा। ऐसे में एक सवा महीने का इंतजार करना पड़ सकता है, जबकि 17 किलोमीटर का कॉरिडोर एकदम तैयार है। वहीं मुख्य सचिव के दौरा के बाद प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। अंदाजा लगाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कभी भी दौरा करने आ सकते हैं।
असीम अरुण (समाज कल्याण एवं जिला प्रभारी मंत्री) ने कहा, ”रैपिड रेल का काम तेजी से चल रहा है। प्राथमिक खंड बनकर तैयार हो गया। रैपिड रेल जल्द लोगों के लिए उपलब्ध होगी। दिल्ली-एनसीआर समेत वेस्ट यूपी को इसका लाभ मिलेगा।”