आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान एक बार फिर अपने भड़काऊ बयान को लेकर विवादों में आ गए हैं। रविवार को दिए गए बयान में मौलाना ने बजरंग दल को ‘आतंकी संगठन’ और ‘कुत्ता’ जैसे आपत्तिजनक शब्दों से संबोधित किया।
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और मौलाना की जमानत निरस्त कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की।
पहले भी दे चुके हैं आपत्तिजनक बयान
तौकीर रजा ने रविवार को मुस्लिम समाज पर हो रहे कथित अत्याचारों के विरोध में गिरफ्तारी देने की घोषणा की थी, लेकिन पुलिस ने ऐन वक्त पर उन्हें घर से बाहर ही नहीं निकलने दिया। पुलिस और मौलाना के बीच सीढ़ियों पर ही तीखी बहस हो गई। इस दौरान तौकीर रजा ने आरोप लगाया कि सरकार “हिंदू बनकर” काम कर रही है और मुसलमानों को दबाया जा रहा है। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि तौकीर रजा का यह पहला विवादित बयान नहीं है। इससे पहले उन्होंने हिंदू लड़कियों को मुस्लिम युवकों से शादी कराने की अपील की थी। उनकी पार्टी के नेता नदीम कुरैशी पर भी बजरंग दल को लेकर आपत्तिजनक बयान का मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसके बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी।
कोर्ट के आदेशों की उड़ाई धज्जियां
विहिप पदाधिकारियों का कहना है कि तौकीर रजा वर्तमान में कोर्ट से जमानत पर हैं और उन्होंने लिखित रूप से यह वचन दिया था कि कोई भी समाजविरोधी या भड़काऊ गतिविधि में शामिल नहीं होंगे। फिर भी उन्होंने ऐसा बयान दिया, जो सीधे-सीधे कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। विहिप महानगर अध्यक्ष मानवेंद्र प्रताप सिंह राणा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने एसएसपी को ज्ञापन सौंपा और तौकीर रजा की जमानत निरस्त कर उन्हें जेल भेजने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में एडवोकेट दिव्या चतुर्वेदी, संजय शुक्ला, आशु अग्रवाल, आशीष शर्मा, संजय भदौरिया और अविनाश मिश्रा समेत कई कार्यकर्ता शामिल रहे।