शामली। शहर के वीवी इंटर कालेज में भाजपा नेताओं द्वारा फर्जी मतदान करने की सूचना पर रालोद विधायक दलबल के साथ मौकेे पर पहुंच गए। बूथ पर भाजपा नेता तो नही मिले, लेकिन पुलिस ने अकारण मतदान केन्द्र के अंदर घूमने पर रालोद विधायक व जिलाध्यक्ष को हिरासत में ले लिया। जिन्हे करीब दो घंटे तक भारी सुरक्षा के बीच कोतवाली प्रभारी के कक्ष में बैठाकर रखा गया।
गुरूवार दोपहर के समय रालोद विधायक प्रसन्न चौधरी व जिलाध्यक्ष वाजिद अली को सूचना मिली कि कुछ भाजपा नेताओं द्वारा शामली के वीवी इंटर कालेज में मतदान को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है। जिस पर दोनों नेता वीवी इंटर कालेज में पहुंच गए, लेकिन तब तक भाजपा नेता जा चुके थे। इसी बीच भाजपा नेताओं द्वारा भी रालोद विधायक द्वारा मतदान केन्द्र के अंदर जाकर मतदाताओं को प्रभावित करने की शिकायत की गई, जिस पर सीओ सिटी बिजेन्द्र भडाना मौके पर पहुंचे और सवाल जवाब करते हुए रालोद विधायक प्रसन्न चौधरी व जिलाध्यक्ष वाजिद अली को हिरासत में ले लिया और पैदल मार्च करते हुए कोतवाली प्रभारी नेमचंद के कक्ष में लाकर बैठा दिया।
जिसकी सूचना मिलते ही गठबंधन कार्यकर्ताओं में रोष फैल गया। गठबंधन प्रत्याशी विजय कौशिक, गठवाला खाप के बाबा चौधरी श्याम सिंह, बाबा महिपाल सिंह, बाबा शोकेन्द्र, रालोद नगर अध्यक्ष श्रीपाल गोयल सहित सैकडों लोगों की भीड कोतवाली पर जमा हो गई और विधायक को हिरासत में लिए जाने का विरोध किए जाने लगा। खाप बाबाओं व रालोद नेताओं की सीओ सिटी बिजेन्द्र भडाना, कोतवाली प्रभारी नेमचंद के साथ तीखी झडप हुई, लेकिन पुलिस नियम के साथ कार्यवाही करने की बात दोहराती रही।
विधायक प्रसन्न चौधरी ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं द्वारा चुनाव को प्रभावित किए जाने की शिकायती मिली थी, लेकिन पुलिस ने उल्टा उन्ही पर कार्यवाही कर दी। उन्हे किस आधार पर हिरासत में लिया गया इसकी भी कोई जानकारी नही दी गई। करीब दो घंटे बाद अधिकारियों के दिशा निर्देश लिए जाने के बाद विधायक को समर्थकों के साथ जाने दिया गया।
कोतवाली में एक बार तो उस समय माहौल पूरी तरह से गर्मा गया था जब खाप चौधरियों व रालोद नेताओं द्वारा उत्तेजित भाषा का प्रयोग किया गया तो पुलिस ने भी उसी तरह जवाब देने में कोई कौर कसर नही छोडी। कोतवाली प्रभारी के कक्ष में सैकडों रालोद कार्यकर्ता घुस गए और विधायक को साथ ले जाने की जिद करने लगे। पुलिस नियमानुसार कार्यवाही करने की जिद पर अड गई। एक बार तो रालोद कार्यकर्ताओं व पुलिस अधिकारियों की तीखी झडप हुई और माहौल पूरी तरह से तनाव पूर्ण हो गया।
रालोद कार्यकर्ताओं द्वारा स्वयं की देख लेने की चेतावनी पर कोतवाली प्रभारी भी बिखर पडे और उसे उसी भाषा में जवाब दिया गया। इस दौरान रालोद विधायक प्रसन्न चौधरी लगातार पुलिस अधिकारियों व वरिष्ठ नेताओं को घटनाक्रम से अवगत कराते रहे। विधायक ने पुलिस पर तानाशाही रवैया अपनाये जाने का आरोप लगाया।