उत्तर प्रदेश में कौशांबी जिले के संदीपन घाट थाना क्षेत्र में जमीनी विवाद को लेकर हुए तिहरे हत्याकांड के नामजद सभी आरोपियों को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त एक राइफल व कट्टा भी आज बरामद कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने गुरूवार को बताया कि मोहिद्दीनपुर गौस के पंडा चौराहा निवासी शिवशरन, होरीलाल और उसकी पुत्री बजकली की आरोपियों द्वारा 15 सितंबर की रात गोली मार का हत्या कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि मृतक शिवशरण पांडा चौराहा पर जमीन खरीदने का एग्रीमेंट कराया था उसी जमीन पर छप्पर डालकर अपने ससुर होरीलाल और पत्नी ब्रजकली के साथ रहता था। घटना का मुख्य आरोपी सुरेश जो पीएससी 42 में बटालियन नैनी में सिपाही के पद पर कार्यरत है वह शिवशरण के जमीन पर कब्जा करना चाहता था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुरेश और अभियुक्त जय करण सिंह और अमर सिंहको यह बात खटकती थी कि उनके और उनके बिरादरी के घर के पास दलित वर्ग के शिवशरण का मकान बने। सूत्रों के अनुसार सुरेश कुमार द्वारा कई बार मृतक शिवशरण के जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया गया था लेकिन असफल रहा। पुलिस अधीक्षक के अनुसार पांडा चौराहा के पास आईटीआई विद्यालय बन जाने के बाद एवं उस स्थान से हाईवे प्रस्तावित होने के बाद आरोपियों को शिवशरण का वहां रहना खटक रहा था, इसी के चलते आरोपियों ने योजना बनाकर सोते वक्त गोलीमार कर शिवशरण सहित तीन लोगों की हत्या कर दी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक होरीलाल के पुत्र सुभाष ने इस घटना में गुड्डू अमर सिंह ,अमित सिंह ,अरविंद सिंह, अनुज सिंह ,राजेंद्र सिंह, सुरेश कुमार व अजीत को नाम जद किया था। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गई थी। टीम ने उसी दिन अमर सिंह और अजीत को गिरफ्तार कर लिया था जबकि अन्य फरार अभियुक्तों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर घटना के बाबत लंबी पूछताछ की जिसमें अन्य तीन जय करण सिंह, तीरथ निषाद एवं आलोक का नाम उजागर हुआ है जो घटना में शामिल थे। पुलिस उनकी भी तलाश शुरू कर दी है । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त एक राइफल और तमंचा के अलावा भारी मात्रा में जिंदा एवं कारतूस के खोखे बरामद हुए हैं।