फिल्लौर। पंजाब के जिला फिल्लौर में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक कलयुगी माता कुमाता बन गई। दरअसल, अपनी 10 साल की बेटी जो 6वीं कक्षा में पढ़ती है, को सजा देने के लिए उसके शरीर को लोहे के सरिए को चुल्हे पर गर्म कर आए दिन जलाती थी। स्कूल में कोई बेटी का जला हुआ शरीर देख न ले इसलिए उसकी मां बाकायदा चुनरी से शरीर को ढ़क्कने की हिदायत देती थी। स्कूल अध्यापिका ने गत दिवस बच्ची के जिस्म पर जलने के घांव देखे तो वह दंग रह गई। कलियुगी मां ने अपनी बच्ची के जिस्म के अंदरूनी भाग (प्राइवेट पार्ट) तक नहीं छोड़े उन्हें भी गर्म सरिए लगा कर जला दिया। आज जब गांव की पंचायत बैठी तो कलयुगी मां ने कान पकड़ कर माफी मांग ली।
मां राज रानी ने बताया कि उन्होंने यह बच्ची गोद ली थी उसके मुताबिक लड़की के माता-पिता जो बेहद गरीब थे, लड़के की चाह में एक के बाद एक 6 लड़कियों को जन्म दे दिया। गरीब होने के चलते उसके माता-पिता इन बच्चियों को जो जरूरतमंद लोग जिनके घर बच्चा नहीं होता था आगे उन्हें दे देते। उन्हीं से इस बच्ची को इन्होंने भी गोद ले लिया। अब गोद ली बच्ची जब बड़ी हुई तो उसे नौकरानी बना घर के पूरे काम करवाने लग पड़ी और उसकी छोटी सी गलती पर उस पर जुल्म करने शुरू कर दिए।
रोजाना बच्ची पढ़ने के लिए गांव के सरकारी स्कूल में जाती थी। इस दौरान वह डरी सहमी बैठी रहती। इस दौरान बच्ची के ऊपर से गत दिवस चुनरी हटी तो स्कूल अध्यापिका ने जब उसके शरीर पर जलने के ताजा घांव देखे तो वह बच्ची को वह दूसरे कमरे में ले गई जहां उसके जख्मों पर ट्यूब लगाते हुए मैडम ने बच्ची के ताजा घांव देखे, जो पूरे जिस्म पर पड़े हुए थे। इतना ही नहीं इस दुष्ट मां ने उसके प्राइवेट अंगों के पास भी शरीर को जलाया हुआ था। बच्ची ने बताया कि उसकी मां के पैसे मिल नहीं रहे थे। उसे वहीं घर में पड़े मिले तो उसने अपनी मां को बताया तो मां को लगा कि यह पैसे कहीं उसने छुपा कर रखे हैं, इसलिए उसने घर का चूल्हा जला कर उस पर लोहे के सरीए को गर्म कर उसके जिस्म पर लगा पूरे शरीर पर घाव कर दिए। बच्ची की ऐसी हालत देख स्कूल की अध्यापिका रो पड़ी।