जम्मू-कश्मीर में आतंक को शह देने, सीमा पार से घुसपैठ, ड्रोन से हथियारों, नशीले पदार्थों की तस्करी जैसी साजिशों को नकारने में सहयोग देने वाले नागरिकों को जम्मू-कश्मीर पुलिस एक लाख रुपए से साढ़े 12 लाख रुपए तक नकद इनाम देगी। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने नव वर्ष की पूर्व संध्या पर रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में अपनी इस नीति के बारे में जानकारी दी। पुलिस खुफिया सूचना देने की पहचान को सार्वजनिक नहीं करेगी।
सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए खोदी गई सुरंगों के बारे में जानकारी देने वालों के लिए 5 लाख रुपए के नकद इनाम का प्रावधान है। वहीं, सीमा पार से ड्रोन गतिविधियों की जानकारी पुलिस को देने वालों को 3 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की है। इसके साथ पुलिस युवाओं को भड़काकर उन्हें आतंकी बनाने के लिए उकसाने वाले लोगों के बारे में जानकारी देने वालों को 1 लाख रुपए का नकद इनाम देगी।
अंतर-राज्यीय नशीले पदार्थों के गिरोह के बारे में जानकारी देने वाले लोगों, जेलों में कैद पाकिस्तान के आतंकवादियों, अलगाववादियों व उनके आकाओं के संपर्क सूत्रों, लोगों को मुखबिर बताने, छुट्टी आए पुलिस कर्मियों को आतंकियों का निशाना बनवाने के लिए उनकी जानकारी देने, देश विरोधी तत्वों तक जानकारी पहुंचाने वालों को पकड़वाने वालों को 2 लाख रुपए का इनाम देगी।
वहीं, किसी क्षेत्र में आतंकवादियों की उपस्थिति के बारे में विशेष जानकारी देने वालों को 2 लाख से 12 लाख का इनाम देगी। खुफिया सूचना से कामयाब ऑपरेशन की स्थिति और इस महत्व के आधार पर इस वर्ग में ए, बी, सी श्रेणियों में नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इसी क्रम में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में सभी 20 जिलों के संबंधित जिला पुलिस अधीक्षकों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए हैं। लोग उनके इन नंबरों पर कोई भी खुफिया जानकारी साझा कर सकते हैं।