पहाड़ी राज्यों में बीते दिनों से भारी बारिश का कहर जारी है। हिमाचल में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन से काफी नुकसान हो रहा है। प्रदेश में कई भूस्खलन और बादल फटने की घटना सामने आ रही है। बारिश और भूस्खलन की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है। शिमला में कृष्णानगर इलाके में भूस्खलन के बाद कम से कम आठ घर ढह गए और एक बूचड़खाना मलबे में दब गया। इस घटना में दो व्यक्तियों की मौत हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों फिलहाल इस पहाड़ी राज्य को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। अगले दिनों तक प्रदेश के कई जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
शिक्षा विभाग ने एक आदेश में कहा गया कि खराब मौसम के कारण राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज 16 अगस्त को एक दिन के लिए बंद रखा जाएगा। शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि ताजा भूस्खलन में दो शव बरामद किए गए हैं। सोमवार हुए शिव मंदिर हादसे में अभी भी 10 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है।
हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश का ताडंव जारी है। शिमला से करीब छह किलोमीटर पहले समर हिल के पास कंक्रीट का पुल पूरी तरह नष्ट हो गया और पांच या छह स्थानों पर इस धरोहर रेल मार्ग को क्षति पहुंची और सबसे अधिक नुकसान शिमला एवं शोघी के बीच हुआ है। एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में 12 में से 11 जिलों में 857 सड़कों पर यातायात अवरुद्ध है और 4,285 ट्रांसफार्मर और 889 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं। इस मानसून सीजन में प्रदेश को 7,171 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचा है।
मानसून के दौरान बादल फटने और भूस्खलन की कुल 170 घटनाएं सामने आई है। इस दौरान 9,600 मकान आंशिक रूप से या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में बारिश में लगभग 157 प्रतिशत की वृद्धि के कारण पूरे हिमाचल प्रदेश में ज्यादा नुकसान हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश का ताडंव जारी है। शिमला से करीब छह किलोमीटर पहले समर हिल के पास कंक्रीट का पुल पूरी तरह नष्ट हो गया और पांच या छह स्थानों पर इस धरोहर रेल मार्ग को क्षति पहुंची और सबसे अधिक नुकसान शिमला एवं शोघी के बीच हुआ है। एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में 12 में से 11 जिलों में 857 सड़कों पर यातायात अवरुद्ध है और 4,285 ट्रांसफार्मर और 889 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं। इस मानसून सीजन में प्रदेश को 7,171 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचा है।
मानसून के दौरान बादल फटने और भूस्खलन की कुल 170 घटनाएं सामने आई है। इस दौरान 9,600 मकान आंशिक रूप से या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में बारिश में लगभग 157 प्रतिशत की वृद्धि के कारण पूरे हिमाचल प्रदेश में ज्यादा नुकसान हुआ है।