हरियाणा में कांग्रेस की हार ने पार्टी को परेशान कर रखा है। इसी को लेकर आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पार्टी की बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन और अन्य नेता शामिल हुए। बैठक के बाद कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि हमने हरियाणा चुनाव नतीजों पर समीक्षा बैठक की। चुनाव नतीजे अभूतपूर्व थे। एग्जिट पोल और वास्तविक नतीजों में बहुत अंतर था। हमने तय कर लिया है कि हम आगे क्या करेंगे।
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि हम इस नुकसान को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं।’ एग्जिट पोल में जनता एक सुर में कह रही थी कि कांग्रेस (हरियाणा में) सरकार बनाएगी। हमें इसकी जड़ तक जाने की जरूरत है। वहीं, सूत्रों का दावा है कि इस बैठक में राहुल गांधी ने साफ तौर पर कहा है कि नेताओं ने निजी हित को पार्टी से ऊपर रखा है। इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा के नहीं शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर माकन ने कहा कि जिनको बुलाया गया था, वो सभी आए थे। कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम से जुड़ी शिकायतों के बारे में बुधवार को निर्वाचन आयोग को अवगत कराया था और इनकी जांच की मांग की थी।
मुख्य विपक्षी दल के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग से यह आग्रह भी किया था कि उन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को जांच पूरी होने तक सील करके सुरक्षित रखा जाए, जिनको लेकर सवाल उठे हैं। कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को ‘अप्रत्याशित’ और ‘लोक भावना के खिलाफ’ करार देते हुए मंगलवार को कहा था कि इस जनादेश को स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि राज्य में ‘तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार’ हुई है।