हरियाणा में सूरजमुखी फसल की खरीद MSP पर करवाने के मुद्दे पर खूब बवाल मचा हुआ है। बीते दिनों MSP की मांग कर रहे किसानों पर कुरुक्षेत्र में लाठीचार्ज किया गया था। इतना ही नहीं, किसानों पर हाईवे जाम करने का केस दर्ज कर उन्हें जेल भी भेजा गया है।
MSP के मुद्दे पर हरियाणा में 12 जून को फिर से पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसानों के साथ बड़ी मीटिंग है। जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बड़ी संख्या में कुरुक्षेत्र पहुंचने की अपील की है।
इधर, लगातार विरोध के बाद हरियाणा सरकार किसानों को सूरजमुखी की फसल पर भावांतर राशि बढ़ाकर देने पर विचार कर रही है। इसके लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को खुले बाजार में सूरजमुखी के दामों पर निगाह रखने को कहा गया है।
राकेश टिकैत ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि हरियाणा में MSP के विषय पर 12 जून की मीटिंग है। क्योंकि कुछ हमारे SKM के नेता जेलों में बंद हैं। एक तरफ सरकार MSP बढ़ाने का ढिंढोरा पीटती है, दूसरी तरफ उस पर खरीद नहीं होती।
लोगों को पूरा गुमराह किया जाता है। देश के सामने दिखाते हैं कि एमएसपी हम बढ़ा रहे हैं, यह भी देश को पता रहना चाहिए कि जो भारत सरकार MSP बढ़ाती है, वह 100 किलो के हिसाब से बढ़ाती है ना कि प्रति किलो। अब हम जो भी बात करेंगे वह प्रति किलो के हिसाब से बात करेंगे।
हरियाणा में जो सूरजमुखी की फसल का मामला है, यह खास तौर से करनाल कुरुक्षेत्र और अंबाला के बीच में मुख्यतः पैदा होती है। जिस की खरीद की कीमत भारत सरकार ने 6400 प्रति क्विंटल रखी है, लेकिन उसकी खरीद 4000 प्रति क्विंटल हो रही है। यानी 40 रुपए प्रति किलो का उसका रेट है।
रेट के इस डिफरेंस के चलते ही हरियाणा में यह आंदोलन चल रहा है। 12 जून को कुरुक्षेत्र के पिपली में बड़ी पंचायत होगी। सभी लोग उस पंचायत में पहुंचे। आगामी निर्णय इसी पंचायत में लिया जाएगा। इसी दिन एक पंचायत नोएडा जेवर में होगी, वहां पर लोकल किसानों के मुद्दों पर चर्चा होगी।
हरियाणा सरकार किसानों को सूरजमुखी की फसल पर भावांतर राशि बढ़ाकर देने पर विचार कर रही है। इसके लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को खुले बाजार में सूरजमुखी के दामों पर निगाह रखने को कहा गया है।
बाजार में एक पखवाडा तक सूरजमुखी के रेट में उतार-चढ़ाव पर निगाह रखने के बाद अधिकारी अपनी रिपोर्ट सरकार को देंगे। जिसके आधार पर भावांतर भरपाई की राशि में बढ़ोतरी संभव है। ऐसे किसान जिन्होंने सूरजमुखी की फसल की बिक्री के लिए मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा रखा है, उनके खातों में पहले ही डायरेक्ट बैनिफिट ट्रांसफर (DBT) के तहत पेमेंट जमा की जा रही है।