कैराना। केंद्र सरकार देश में किसानों के लिए कहीं भी अपनी फसल बेचने की छूट के दावे के बीच हरियाणा प्रशासन द्वारा यूपी के किसानों का गेहूं बॉर्डर पर रोके जाने के बाद भाकियू कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा प्रदर्शन किया। इस दौरान भाकियू व पुलिस के बीच तीखी नोंक-झोंक भी हुई। हंगामे के बाद अनाज से भरे वाहनों की हरियाणा में एंट्री कराई गई।

हरियाणा प्रशासन द्वारा यूपी के किसानों का गेहूं एक बार फिर बॉर्डर पर रोक दिया गया। अनाज से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियों की यमुना ब्रिज पर लाइन लग गई। जानकारी मिलने के बाद भाकियू जिलाध्यक्ष कालेंद्र मालिक के नेतृत्व में भाकियू कार्यकर्ता बॉर्डर पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जाते ही यूपी के किसानों को अपने – अपने ट्रैक्टर निकालने को कहा जिसके बाद मौके पर मौजूद हरियाणा पुलिस के नरेश कुमार, गुरनाम सिंह, सुधीर, दीपक कुमार व सतेंद्र नाम के पुलिसकर्मियों ने इसका विरोध किया, जिसके बाद पुलिस व भाकियू कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोंक-झोंक शुरू हो गई।

मामला उस समय तूल पकड़ गया, जब हरियाणा पुलिस ने भाकियू कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता की और अन्नदाताओं के अनाज से भरे वाहनों पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं, जिसमें उनके वाहनों की लाइटें टूट गईं। लाठी चार्ज के बाद किसानों व भाकियू कार्यकर्ताओं में उबाल आ गया और उन्होंने हरियाणा प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए, जिसके बाद हरियाणा पुलिस बैकफुट पर आ गई और किसानों के वाहनों को हरियाणा में एंट्री कराई।

भाकियू जिलाध्यक्ष कालेंद्र मलिक ने कहा कि दो दिनों से हरियाणा प्रशासन ने बॉर्डर पर यूपी के किसानों का गेहूं रोक रखा है। पूर्व में भी भाकियू द्वारा बॉर्डर से किसानों का गेहूं निकलवाया गया था। उन्होंने कहा कि यूपी प्रशासन कभी भी यूपी में आने वाले हरियाणा के किसानों के गन्ने की एंट्री बंद नहीं करता, तो फिर यूपी के किसानों की फसलों को क्यों रोका जा रहा है, जबकि केंद्र सरकार के स्पष्ट आदेश हैं कि किसान पूरे देश में कहीं भी अपनी फसलें बेच सकता है, तो फिर हरियाणा प्रशासन की यह तानाशाही क्यों ?

उन्होंने आगे कहा कि जब यूपी के किसानों ने आढ़तियों से पेशगी रकम ले रखी है तो फिर फसल किसे बेचेंगे। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष ऋषिपाल, नगर अध्यक्ष चौधरी इनाम , ब्लॉक महासचिव अफजल, मण्डल महासचिव चौधरी अब्बास, तहसील अध्यक्ष जहांगीर चौहान, जिला मीडिया प्रभारी नवाब अली, जिला उपाध्यक्ष शुभम जागलान, जिला सचिव सूरज, ब्लॉक महासचिव अल्ताफ व जिला महासचिव चौधरी तसव्वर आदि मौजूद रहे।

बॉर्डर पर अनाज से भरे वाहनों को निकालने के लिए भाकियू व पुलिस में उस समय तीखी नोंक-झोंक शुरू हो गई, जब एक पुलिसकर्मी ने अनाज से भरे किसानों के वाहनों पर लाठियां बरसाकर उनकी लाइटें तोड़ दीं, जिसके बाद भाकियू कार्यकर्ताओं में उबाल आ गया। उनका कहना था कि बॉर्डर पर यूपी के किसानों का गेहूं रोकने का लिखित में आदेश दिखाओ। बार-बार कहने के बाजवूद भी हरियाणा पुलिस कोई लिखित आदेश नहीं दिखा पाई। इतना जरूर कहा कि डीसी से बात कर लें, जिसके बाद ही यूपी के किसानों का गेहूं हरियाणा भेजा जाएगा।

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