रिस ओलंपिक में भारत की उम्मीदें गोल्ड मेडल के लिए तब टूट गई जब महिला पहलवान विनेश फोगाट अयोग्य घोषित हुई। विनेश को 50 किलोग्राम वर्ग में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण डिसक्वालिफाई होना पड़ा। इसके बाद विनेश कुश्ती से सन्यास का ऐलान कर चुकी है। इस मामले पर उनके ताऊ महावीर फोगाट का बयान भी सामने आया है। उन्होंने विनेश से अपील की है कि अपना फैसला वापस ले।

कुश्ती से विनेश को रूबरू करवाने वाले और कुश्ती के दांव पेंच सीखने वाले उनके ताऊ महावीर ने कहा कि उनके वापस आने पर समझाएंगे की अभी और खेलना है और अपना फैसला वापस ले। दिल छोटा नहीं करना है। अभी से ही 2028 ओलंपिक के लिए तैयारी शुरू करेंगे।

उन्होंने कहा की विनेश के डिसक्वालिफाई होने से सिर्फ विनेश को ही नहीं बल्कि देश को दुख पहुंचा है। ये दुख विनेश द्वारा अगले ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने से ही काम होगा। उनसे फैसला वापस लेने को अपील करेंगे। उन्होंने कहा की जब कोई खिलाड़ी इस स्तर पर पहुंचता है तो इस तरह के फैसले लेना आम हो जाता है। खिलाड़ी भावनाओं, गुस्से में ऐसी फैसले ले लेता है।


भारतीय ओलंपिक संघ ने विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करते हुए कहा ,‘‘ हमें यह खबर देते हुए खेद हो रहा है कि विनेश फोगाट महिला कुश्ती के 50 किलो वर्ग से अयोग्य घोषित कर दी गई है। पूरी रात टीम के अथक प्रयासों के बावजूदसुबह उसका वजन 50 किलो से अधिक पाया गया।’’ इसमें कहा गया ,‘‘ भारतीय दल इस समय कोई और बयान नहीं देगा। भारतीय टीम आपसे विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करती है। भारतीय दल इस समय आगामी स्पर्धाओं पर फोकस करना चाहेगा।’’ युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के नियमों के अनुसार पहलवान को वजन कराने की अवधि में कई बार अपना वजन कराने का अधिकार होता है। नियम के अनुसार)‘‘ अगर कोई खिलाड़ी पहली और दूसरी बार वजन कराने के समय उपस्थित नहीं होता या अयोग्य होता है तो उसे स्पर्धा से बाहर कर दिया जायेगा और वह आखिरी स्थान पर रहेगा। उसे कोई रैंक नहीं मिलेगी।’’

 

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