जम्मू कश्मीर और लद्दाख भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष नजीर अहमद को पार्टी ने बर्खास्त कर दिया है। पार्टी ने उनकी प्राथमिक सदस्यता को रद्द कर दिया है। दरअसल नजीर अहमद के बेटे पर आरोप है कि वह बौद्ध लड़की के साथ भाग गए हैं, जिसके बाद पार्टी ने यह कदम उठाया है।
जम्मू कश्मीर और लद्दाख के भाजपा महासचिव अशोक कौल ने बताया कि यह कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि यह लव जिहाद का मामला था और इससे तनाव बढ़ सकता था। लद्दाख भाजपा यूनिट की ओर से 16 अगस्त को जो सर्कुलर जारी किया गया है उसके अनुसार अहमद को इस संवेदनशील मुद्दे पर सफाई देने का मौका दिया गया था। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
सर्कुलर के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकारी सदस्यों के साथ बैठक की। इस अहमद को अपनी सफाई देने के लिए पर्याप्त समय दिया गया। इस सर्कुलर को जम्मू कश्मीर और लद्दाख भाजपा की ओर से जारी किया गया है।
जिसमे कहा गया है कि किसी भी धर्म की लड़की के साथ पलायन को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। इससे क्षेत्र का सौहार्द बिगड़ता है। लिहाजा नजीर अहमद को प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारियों से मुक्त किया जाता है।
कौल ने कहा कि यह फैसला जम्मू कश्मीर और लद्दाख यूनिट की ओर से लिया गया है। स्थानीय स्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। अहमद को सफाई देने का पर्याप्त समय दिया गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
इस घटना की वजह से कोई तनाव ना बढ़े, दो समुदाय के बीच हालात ना बिगड़े क्योंकि यह लव जिहाद का मामला है। उनसे कहा गया कि वह अपने बेटे को वापस बुलाएं और लड़की को उसके परिवार के पास वापस भेजें, लेकिन उन्होने ऐसा नहीं किया। लेकिन जब उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उनके उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया।