पीपाड़सिटी उपखंड क्षेत्र के बोयल गांव के युवा किसान ने बागवानी में अपनी मेहनत और लगन से आत्मनिर्भर होने का सपना साकार किया है। बोयल निवासी नाथूराम माली ने परम्परागत व्यवसाय से हटकर फल उत्पादन की दिशा में 2017 में कदम रखा। जांच में कृषि भूमि की मिट्टी व पानी फल उत्पादन के अनुकूल नही होने पर भी नाथूराम ने हौसला नहीं खोया। अपने स्तर पर बागवानी के लिए अनार के पौधे खरीद कर लगाए।
ड्रिपिंग सिस्टम के लिए उद्यान विभाग से सब्सिडी मिली और खेत मे बने हौज में बरसात का पानी एकत्रित कर सिंचाई करनी शुरू कर दी। नाथूराम माली ने बताया कि अनार व बेर की बागवानी में तीन वर्ष बाद उत्पादन मिलना शुरू हो गया। प्रथम उत्पादन से 10 लाख रुपए , दूसरी फसल में 12 लाख व तीसरे उत्पादन में 18 लाख की आय हुई। अब उसका अनार पीपाड़सिटी के अलावा जालोर मण्डी तक में बिक रहा है।
किसान ने 12 बीघा में अनार का बगीचा लगाने के लिए महाराष्ट्र से 1300 पौधे खरीदे और 3 वर्ष बगीचा पनपाने पर 12 से 15 लाख रुपए का खर्च हुआ।