‘भारत माता की जय’ पर एक बार फिर विवाद गहरा गया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के बयान से विवाद गहरा गया है। सीएम विजयन ने कहा कि ‘भारत माता की जय’ एक मुस्लिम ने गढ़ी है।
केरल सीएम ने कहा कि अजीमुल्ला खान ने भारत माता की जय शब्द को गढ़ा था। उन्होंने कहा कि 19वीं सदी में मराठा पेशवा नाना साहेब के प्रधानमंत्री थे। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या आरएसएस अब इसका उपयोग करना जारी रखेगा? क्योंकि अब उन्हें पता चल गया है कि इस शब्द को मुस्लिम ने गढ़ा है।
इस पर काफी विवाद बढ़ गया है। बीजेपी नेता शुधांशु त्रिवेदी ने सीएम पिनाराई विजयन पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में मां की पूजा करने का विचार वैदिक युग से ही रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि अजीमुल्ला खान ने 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत की जय का नारा दिया था। दूसरों का दावा है कि ‘भारत माता की जय’ का उल्लेख पहली बार 1873 में किरण चंद्र बंदोपाध्याय के नाटक में किया गया था।
केरल के मलप्पुरम में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का विरोध किया। साथ ही उन्होंने देश के सांस्कृतिक इतिहास और स्वतंत्रता आंदोलन में मुसलमानों के योगदान को याद किया। पिनाराई विजयन ने पूछा कि कुछ कार्यक्रमों में हमने संघ परिवार के कुछ नेताओं को लोगों से ‘भारत माता की जय’ बोलने के लिए कहते हुए सुना है। भारत माता की जय का नारा किसने दिया?
केरल के सीएम ने कहा कि मुझे नहीं पता कि संघ परिवार को यह पता है या नहीं। उनका नाम अजीमुल्ला खान था। मुझे नहीं पता कि क्या वे जानते हैं कि वह संघ परिवार के नेता नहीं हैं।