लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मनोहर जोशी का शुक्रवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री जोशी को दिल का दौरा पड़ने के बाद बुधवार को यहां पी डी हिंदुजा अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
उनके रिश्तेदारों के एक संक्षिप्त बयान में कहा गया है, “हमारे परिवार को आपको यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि मनोहर जोशी का आज सुबह तीन बजे लंबे समय तक उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के बाद निधन हो गया।”
शिव सेना के वरिष्ठ नेता का पार्थिव शरीर सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक लोगों के अंतिम दर्शन के लिए उनके माटुंगा स्थित आवास पर रखा जाएगा।
परिवार ने कहा, जोशी का अंतिम संस्कार दोपहर करीब तीन बजे शिवाजी पार्क श्मशान में किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मनोहर जोशी के निधन पर शुक्रवार को गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने स्थानीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक विभिन्न जिम्मेदारियों को निभाते हुए महाराष्ट्र की प्रगति के लिए अथक प्रयास किया।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ लिखा, “मनोहर जोशी जी के निधन से दुखी हूं। वह एक अनुभवी नेता थे जिन्होंने सार्वजनिक सेवा में वर्षों बिताए और नगरपालिका, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न जिम्मेदारियों को निभाया।”
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने राज्य की प्रगति के लिए अथक काम किया और केंद्रीय मंत्री के रूप में भी उल्लेखनीय योगदान दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने संसदीय प्रक्रियाओं को अधिक जीवंत और सहभागी बनाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि के रूप में मनोहर जोशी को उनके परिश्रम के लिए भी याद किया जाएगा, जिन्हें नगरपालिका से लेकर विधानमंडल और संसद तक में सेवा करने का सम्मान मिला।
मोदी ने कहा, ‘‘उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।” शिवसेना के दिग्गज नेताओं में शुमार जोशी को पिछले वर्ष मई में मस्तिष्काघात के बाद हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल ने गुरूवार को एक बयान में बताया था कि जोशी (86) की हालत बेहद गंभीर थी। शिवसेना के दिग्गज नेताओं में शुमार जोशी को पिछले वर्ष मई में मस्तिष्काघात के बाद इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जोशी वर्ष 1995 से 1999 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे और वह अविभाजित शिवसेना से राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले नेता थे। जोशी संसद के सदस्य भी चुने गए थे और वह 2002 से 2004 तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में लोकसभा अध्यक्ष रहे।