उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में 2025 में महाकुंभ मेला होने वाला है। जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार तैयारियों में जुटी हुई है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाता है। इसे और भव्य और दिव्य बनाने के लिए योगी सरकार प्रयागराज में गंगा किनारे 12 किलोमीटर लंबा रिवर फ्रंट बनवाएगी। वहीं, महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर 29 जनवरी 2025 को लगभग छह करोड़ श्रद्धालु निर्विघ्न स्नान करेंगे। इसको लेकर विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं।
बता दें कि महाकुंभ 2025 सबसे दिव्य और भव्य होगा। इसमें अभी तक के सबसे अधिक तीर्थयात्रियों के आने की संभावना जताई जा रही है। महाकुंभ के शाही स्नान की तिथियों की घोषणा कर दी गई है। महास्नान 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के साथ शुरू होगा। पहला शाही स्नान 14-15 जनवरी को मकर संक्रांति पर होगा। दूसरा शाही स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर होगा। तीसरा 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर और आखिरी शाही स्नान होगा। 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर स्नान पर्व के साथ कल्पवास का समापन होगा। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर स्नान पर्व के साथ कुंभ मेले का समापन हो जाएगा। इस बार महाकुंभ 45 दिनों तक चलेगा।
महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर 29 जनवरी 2025 को लगभग छह करोड़ श्रद्धालु निर्विघ्न स्नान करेंगे। विश्व के इतिहास में पहली बार किसी शहर में एक दिन के लिए लोगों की इतनी बड़ी संख्या आ रही है। इसके लिए प्रबंध किए जा रहे। इसकी तैयारियों को परखने शुक्रवार को मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र पहुंचे। उन्होंने सर्किट हाउस में महाकुंभ की करीब 15 हजार करोड़ रुपये की 250 परियोजनाओं की प्रगति तो जानी ही, साथ ही शाही स्नान पर्वों पर होने वाली व्यवस्थाओं को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस प्रमुख स्नान पर्व पर देश के 21 राज्यों से चार दिन तक 2025 स्पेशल ट्रेनें तथा नौ राज्यों से 10000 कुंभ मेला स्पेशल बसें चलाई जाएंगी। वहीं, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे है।