महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष इंडिया गठबंधन अपने भरसक प्रयास के बावजूद और गलत नैरेटिव सेट करके भी नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से नहीं रोक पाए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीए संसदीय दल की अहम बैठक से बेहद खुश हैं।
बता दें कि कल 7 जून को पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए संसदीय दल की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें एनडीए के तमाम घटक दल के नेता शामिल हुए और सभी ने संसदीय दल के नेता के रूप में पीएम मोदी को समर्थन दिया।
उन्होंने इस मौके पर कहा कि हमारे बालासाहेब ठाकरे के विचारधारा वाली शिवसेना ने पीएम मोदी को समर्थन दिया है। जल्द ही नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। यह पिछले 40-50 सालों में ऐतिहासिक पल होगा। यह हमारे सबके लिए खुशी की बात है। मैं निश्चित रूप से यही कहूंगा कि पिछले 10 साल में पीएम मोदी ने इस देश के विकास के लिए काम किया। वह देश के विकास का एजेंडा लेकर लोगों के सामने गए। वहीं पर विपक्ष के लोगों ने गलत अफवाह फैलाई कि संविधान बदला जाएगा, लोकतंत्र को खत्म किया जाएगा, गलत नैरेटिव सेट किया। यह सब होने के बावजूद भी इस देश की जनता ने विपक्ष को नकार दिया है और नरेंद्र मोदी को बहुमत दिया है।
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के नतीजों पर शिंदे ने कहा, “बड़े पैमाने पर झूठे नैरेटिव और झूठी अफवाह लोगों में फैलाई गई कि संविधान बदला जाएगा, आरक्षण कम होगा। उसमें मुस्लिम होंगे, दलित होंगे और कई लोग होंगे। इसमें जो आज भ्रम पैदा किया गया यह जरूर लोगों के सामने आएगा। वोट बैंक की जो राजनीति हुई है, यह लोगों को पता चलेगी। निश्चित रूप से जिन्होंने वोट बैंक की राजनीति की है उनके असली चेहरे भी सामने आएंगे। हमारे बालासाहेब ठाकरे ऐसी वोट बैंक की राजनीति कभी पसंद नहीं करते। मैं यही कहूंगा कि हमारे शिवसेना का जो परफॉर्मेंस है, जो हमारा स्ट्राइक रेट है वह पहले से बेहतर हुआ है। हम 13 सीट लड़े और उसमें से 7 सीटें जीती। मुंबई में 2 लाख से ज्यादा वोट उनसे हमें ज्यादा मिला है। 90 प्रतिशत शिवसेना के वोट में से 40 प्रतिशत हमारे पास है। शिवसेना के बेस पर हमें वोट मिले हैं। इससे साफ जाहिर है की स्ट्राइक रेट में वोट शेयर में हम आगे हैं और लोग हमारे साथ हैं।
एकनाथ शिंदे ने विपक्ष पर जोरदार हमला करते हुए कहा, “विपक्ष के पास कोई एजेंडा नहीं था। उनके पास सिर्फ एक ही एजेंडा था कि मोदी हटाओ, मोदी हटाओ, लेकिन नरेंद्र मोदी के पास देश के विकास का एजेंडा था, देश की प्रगति का एजेंडा था। विपक्ष ने झूठी अफवाहें फैलाईं, झूठा नैरेटिव सेट किया। उन्होंने काफी कोशिशें की, लेकिन वे नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने से नहीं रोक पाए, क्योंकि पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री ने जनता का विकास या जनता की जो सेवा की है यह उसी का परिणाम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूर्ण बहुमत मिला है। विपक्ष के लोग तमाम कोशिशों के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटा नहीं पाए और यही वजह है कि लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी और एनडीए की जीत हुई और विपक्ष की करारी हार मिली।