सरधना नगर पालिका अध्यक्ष पद पर सपा ने तीसरी बार दर्ज की जीत है। बसपा और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला रहा है। इसके बाद भी भाजपा सरधना में पांचवें नंबर पर आई है।
सरधना नगर पालिका अध्यक्ष पद पर सबीला बेगम दूसरी बार विजयी हुईं हैं। उन्होंने बसपा और भाजपा को हराकर यह जीत दर्ज की। सरधना में भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई है।
नगर पालिका सरधना चुनाव में सबीला बेगम के सिर पर दूसरी बार अध्यक्ष पद का ताज बंधा है। वहीं, लगातार तीसरी बाद जीत हासिल करते हुए सपा ने मजबूत से जीत दर्ज की है। जबकि बसपा प्रत्याशी सुमन पंवार ने सबीला बेगम को कड़ी टक्कर दी।
मुस्लिम बाहुल्य नगर पालिका परिषद सरधना में अध्यक्ष पद पर जहां तीन बार सबीला बेगम के परिवार का कब्जा है। वहीं एक बार उनके पति निजाम अंसारी चेयरमैन रहे हैं। ऐसे में बीस साल से सबीला बेगम का नगर पालिका सरधना पर सत्ता चली आ रही है।
सबीला बेगम 2007, 2017 में सरधना की चेयरपर्सन रह चुकी हैं। कल शनिवार की सुबह निकाय चुनाव की मतगणना शुरू होने के बाद जहां शुरू में त्रिकोणीय मुकाबला था।
सरधना नगर पालिका के पच्चीस वार्डों में सपा और बसपा के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। सपा प्रत्याशी सबीला बेगम को 8773 मत, बसपा से सुमन पंवार को 7930 मत मिले।
सरधना नगर पालिका के पच्चीस वार्डों में सपा और बसपा के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। सपा प्रत्याशी सबीला बेगम को 8773 मत, बसपा से सुमन पंवार को 7930 मत मिले।
वहीं, निर्दलीय शीबा अंसारी ने 4289, सरवरी 3933, तनवीर 3261 जबकि भाजपा प्रत्याशी मंजू लता जैन को कुल 3026 वोट मिले हैं।
कस्बा सरधना में करीब 22 हजार वोट मुस्लिमों से अलग विभिन्न समुदायों की हैं। जिनमें कुल 32252 वोट पड़े और 1436 मत कैंसिल हुए।
कस्बा सरधना में करीब 22 हजार वोट मुस्लिमों से अलग विभिन्न समुदायों की हैं। जिनमें कुल 32252 वोट पड़े और 1436 मत कैंसिल हुए।
वहीं, 70 मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग किया। ऐसी स्थिति में भी भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त होना संगठन पर बड़े सवाल उठ रहे हैं।