उत्तर प्रदेश के बहराइच में जंगली जानवरों के हमले थमने का नाम ही नहीं ले रहे। गुरुवार को कैमरे में छठा भेड़िया कैद हो गया। यह भेड़िया सबसे खतरनाक है, जो वन विभाग के अधिकारियों को कई बार चकमा दे चुका है। इसी बीच यहां पर एक और हमले की खबर सामने आई है। दरअसल, यह हमला भेड़िए ने नहीं तेंदुए ने किया है। किसान खेत में लौकी तोड़ने के लिए गया था, तभी वहां पहले से मौजूद तेंदुए ने उस पर हमला कर घायल कर दिया। इस घटना के बाद लोगों में दहशत और बढ़ गई है। आलम यह है कि लोग अपने घरों से निकलने से भी डर रहे है।
जानकारी के मुताबिक, कोतवाली थाना क्षेत्र मुर्तिहा के ग्राम हरखापुर निवासी एक किसान खेत में लौकी तोड़ने गया था। पहले से खेत में मौजूद तेंदुए ने हमला कर किसान को लहूलुहान कर दिया। खेत में काम कर रहे परिजनों ने हांका लगाकर किसी तरह तेंदुए के चंगुल से छुड़ाया और सीएचसी मोतीपुर ले गए। हालत गंभीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि किसान के मां व पिता ने तेंदुए से भिड़कर उसे बचाने की कोशिश की। इस पर तेंदुआ गन्ने के खेत की ओर भाग गया। सूचना पर पहुंचे वन विभाग के धर्मापुर वन क्षेत्राधिकारी रत्नेश कुमार ने घायल के परिजनों को पांच हजार की सहायता दिलाई।
वहीं, बहराइच में महसी के सिकंदरपुर इलाके में छठा खूंखार भेड़िया देखा गया है। भेड़िए की तस्वीरें कैमरे में कैद हुई है। यह भेड़िया सबसे तेज और खतरनाक है। ये कई दिनों से वन विभाग की टीम को चकमा दे रहा है। वन विभाग के अधिकारी इसकी तलाश में जुटे हुए है। अब तक विभाग के अधिकारी पांच खतरनाक भेड़ियों को पकड़ चुके है। बता दें कि बहराइच में करीब दो महीने से खूंखार भेड़ियों ने आतंक मचा रखा है। इन भेड़ियों ने अब तक 10 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। वहीं 50 से ज्यादा लोगों को घायल कर चुके हैं। इन भेड़ियों के हमले से लोग दहशत में है और जाग कर रात काट रहे है। घर से निकलने के लिए लोग झुंड बनाकर निकल रहे है। वहीं, फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी आदमखोर को पकड़ने के लिए अब नया प्लान तैयार कर रहे हैं। आदमखोर को जल्द ही वन विभाग की टीम पकड़ सकती है।