मुंबई : मुंबई में बने गेटवे ऑफ इंडिया अब एक ढहती हुई इमारत बनती जा रही है। दरअसल, गेटवे ऑफ इंडिया में दरारें आनी शुरू हो गई है। इस बात की जानकारी केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में दी। उन्होंने बताया कि गेटवे ऑफ इंडिया के निरीक्षण के दौरान सतह पर कुछ दरारें पाई गई हैं हालांकि घबराने की बात नहीं है क्योंकि समग्र ढांचा संरक्षण की अच्छी स्थिति में है।
उन्होंने बताा कि गेटवे ऑफ इंडिया एक केंद्रीय संरक्षित स्मारक नहीं है। यह पुरातत्व और संग्रहालय विभाग महाराष्ट्र सरकार के संरक्षण में है। निरीक्षण के दौरान सतह पर कुछ दरारें देखी गई है। बिल्डिंग पर कई जगहों पर पौधे भी उगते देखे गए हैं इतना ही नहीं गुंबद में लगी वॉटरप्रूफिंग और सीमेंट कंक्रीट को भी नुकसान पहुंच रहा है।
जिसके बाद राज्य पुरातत्व और स्थापत्य निदेशालय ने जीर्णोद्धार के लिए शासन को 6.9 करोड़ का प्रस्ताव सौंपा है। किशन रेड्डी ने कहा कि इस संबंध में केंद्र सरकार को कोई रिपोर्ट नहीं दी गई है। पुरातत्व और संग्रहालय विभाग ने एक विस्तृत साइट प्रबंधन योजना तैयार की है. गेटवे ऑफ इंडिया के संरक्षण और मरम्मत के लिए 8,98,29,574 रुपये की राशि का अनुमान लगाया है। उन्होंने बताया कि पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के विभाग, महाराष्ट्र सरकार ने 10 मार्च को इसे मंजूरी दे दी है।