केंद्रीय मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी गिरिराज सिंह द्वारा शुरू की गई ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा को राजनीतिक चश्मे से क्यों देखा जा रहा है?”
दरअसल, गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को अपने बेगूसराय निर्वाचन क्षेत्र से लगभग 150 किलोमीटर दूर भागलपुर जिले से यात्रा की शुरुआत की। यह यात्रा आने वाले दिनों में बिहार के कई जिलों से होकर गुजरेगी। इस यात्रा की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) जैसी विपक्षी पार्टियों ने आलोचना की है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जदयू ने भी यात्रा के दौरान संभावित सांप्रदायिक तनाव के बारे में चिंता व्यक्त की है।
वहीं गिरिराज की यात्रा के बारे में पूछे जाने पर केंद्र सरकार में बिहार से एक अन्य प्रमुख चेहरे मांझी ने कहा, “हमारा एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है… किसी विशेष धर्म को बढ़ावा देने के लिए धर्म परिवर्तन करने पर कोई रोक नहीं है। ऐसी स्थिति में यदि वह (गिरिराज) किसी विशेष धर्म का प्रचार करने जा रहे हैं, तो इसमें बुराई क्या है? इसे राजनीतिक चश्मे से क्यों देखा जा रहा है?”
जब मांझी से पूछा गया कि क्या वह गिरिराज सिंह की यात्रा का समर्थन करते हैं, तो उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “निश्चित रूप से, मैं कहूंगा कि यदि वह (गिरिराज) अपने समाज को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं, तो वह सही काम कर रहे हैं।” इस बीच, केंद्रीय मंत्री सिंह ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा हिंदुओं के सामने मौजूद “खतरे” को उजागर करती है, जिन्हें बहुसंख्यक होने के बावजूद अधिक “संगठित” होने की आवश्यकता है।