महाराष्ट्र के एक नेता रघुनाथ मोरे के बेटे मिलिंद मोरे की उस समय मौत हो गई, जब उनकी किसी ऑटोरिक्शा चालक से किसी बात को लेकर बहस हो रही थी।
यह घटना पालघर के वसई की है। बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हुई है। मिलिंद मोरे 45 साल के थे। घटना के बाद पुलिस ने अज्ञात शख्स के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। वहां के डीसीपी जयंत बाजबले ने घटना की जानकारी देते हुए बताया है कि रविवार शाम को यह घटना तब घटी जब मिलिंद मोरे अपने परिवार के साथ नवापुर के एक रिसॉर्ट में थे। रघुनाथ मोरे अविभाजित शिवसेना के पूर्व ठाणे जिला प्रमुख रहे हैं।
डीसीपी बाजबले ने आगे कहा, “रिसॉर्ट से बाहर निकलते समय मिलिंद का एक रिक्शा चालक से झगड़ा हो गया, जिसके दौरान वह बेहोश हो गए। मिलिंद को फौरन पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, डॉक्टरों ने मिलिंद की मौत का कारण दिल का दौरा बताया है।”
उन्होंने ने बताया कि मिलिंद मोरे के परिजनों की शिकायत के आधार पर गैर इरादतन हत्या के तहत अज्ञात शख्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पार्टी नेताओं के मुताबिक, मिलिंद मोरे शिवसेना (यूबीटी) की ठाणे इकाई के उप प्रमुख थे।