पटना में 23 जून को हुए विपक्षी दलों की बैठक के बाद यूपी में फूट के साथ नए गठबंधन के संकेत बन रहे हैं। अखिलेश यादव के अलावा कोई भी मुख्य विपक्षी दल का नेता पटना की बैठक में शामिल नहीं हुआ। BSP ने जहां एक तरफ विपक्षी दलों की एकता पर सवाल उठाए तो वहीं रालोद (RLD) और सुभासपा जैसी पार्टियों ने इस गठबंधन में न शामिल होने के बहाने भी बताएं।
फिलहाल मौजूदा हालात में यूपी में विपक्षी दलों के गठबंधन में दरार के संकेत साफ नजर आ रहे हैं। राहुल और अखिलेश यादव की पटना में मुलाकात के बाद चर्चाएं यह भी शुरू हो गई हैं क्या 2017 की तरह सपा एक बार फिर कांग्रेस के साथ हाथ मिलाएगी।
फिलहाल बसपा (BSP) यूपी में अकेले चुनाव लड़ेगी। वहीं दूसरी तरफ पश्चिमी यूपी में चुनावी जमीन तैयार करने में जुटी आरएलडी-कांग्रेस के साथ मिलकर यूपी में नए गठबंधन भी बना सकती है।