लखनऊ: नक्सली गतिविधियों में शामिल रहे कृपाशंकर सिंह और उसकी पत्नी बिन्दा सोना उर्फ मंजू उर्फ सुमन की प्रयागराज से गिरफ्तारी के बाद एटीएफ उप्र में नक्सली नेटवर्क खंगालने में जुट गई है। इस बाबत अदालत से सात दिन रिमांड पर लिए गए कृपाशंकर सिंह से पूछताछ कर नक्सलियों की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
एटीएस सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में छत्तीसगढ़ के नक्सलियों के पूर्वांचल में पनाह लेने और सक्रिय होने के संदर्भ में भी पूछताछ कर रही है। दरअसल, कृपाशंकर सिंह कुशीनगर का मूल निवासी है, जबकि उसकी पत्नी छत्तीसगढ़ की रहने वाली है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के नक्सलियों के यहां सक्रिय होने का अंदेशा हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हुए नक्सली हमले के बाद उप्र में नक्सल प्रभावित जिलों- चंदौली, गाजीपुर, सोनभद्र और मिर्जापुर में अलर्ट जारी किया गया था, लेकिन उप्र के इंटेलिजेंस महकमें ने गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, बलिया, मऊ और आजमगढ़ में भी नक्सलियों को लेकर पुलिस को सतर्कता बरतने को कहा था।
2009 में ही देवरिया के 26 गांवो में और कुशीनगर के एक गाँव में नक्सली गतिविधियों की बाद सामने आयी थी। पूर्वांचल में नक्सली सक्रियता की पुष्टि 2010 में गोरखपुर में महिला नक्सली हिरामन की गिरफ्तारी से भी हुई थी। सूत्रों के मुताबकि एटीएस अपनी पूछताछ में इस बिन्दुओं को भी शामिल किया है।