ब्रिटिश उच्चायोग 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर भारतीय युवतियों को यूके के शीर्ष राजनयिकों में से एक के रूप में एक दिन बिताने का मौका दे रहा है।
नई दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग ने शुक्रवार को घोषणा की कि सतत विकास लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने वाली वार्षिक ‘एक दिन के लिए उच्चायुक्त’ प्रतियोगिता 18 से 23 वर्ष की भारतीय महिलाओं को दुनिया के साथ अपनी ताकत साझा करने का अवसर प्रदान करेगी।
भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा, “सतत विकास लक्ष्य हर किसी के लिए, हर जगह एक बेहतर ग्रह बनाने पर जोर देते हैं; जैसा कि भारत अपने जी20 प्रेसीडेंसी के साथ कर रहा है। मैं हमेशा इस देश में फैली प्रतिभा से आश्चर्यचकित हूं और इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत के प्रतिभाशाली युवा इस अभियान का नेतृत्व करेंगे और बेहतर भविष्य होगा।”
एलिस ने एक बयान में कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी चुनौतियों को हल करने की दुनिया के युवाओं की पूरी क्षमता लड़कियों और महिलाओं के बिना हासिल नहीं की जा सकती।
उन्होंने आगे कहा, “अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस एक महत्वपूर्ण क्षण है। मैं कई शानदार प्रविष्टियों को देखने के लिए उत्सुक हूं।”
आवेदन करने के लिए, प्रतिभागियों को एक मिनट का वीडियो रिकॉर्ड और अपलोड करना होगा, इसमें ‘युवा लोग सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने में कैसे मदद कर सकते हैं?’ का उत्तर होगा।
वीडियो को ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम या लिंक्डइन पर एट दे रेट यूकेइननइंडिया टैग करके और हैशटैग हैजडेऑफदगर्ल का उपयोग करके साझा करना होगा।
प्रति प्रतिभागी केवल एक प्रविष्टि 18 अगस्त तक उच्चायोग की वेबसाइट पर उपलब्ध ऑनलाइन फॉर्म भरकर जमा कर सकते हैं।
उच्चायोग ने यह भी घोषणा की कि समय सीमा से अधिक के वीडियो और साहित्यिक चोरी की सामग्री वाले वीडियो को तत्काल अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
इसके बाद ब्रिटिश उच्चायोग की एक जूरी विजेता का चयन करेगी, जिसकी घोषणा एट दे रेेट यूकेइनइंडिया सोशल मीडिया चैनलों पर की जाएगी।
एक दिवसीय कार्यक्रम के लिए उच्चायुक्त व्यक्तिगत रूप से दिल्ली में होंगे, और यदि विजेता दिल्ली/एनसीआर से नहीं है, तो उच्चायोग ने कहा कि प्रतियोगिता के हिस्से के रूप में दिल्ली की यात्रा के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी।
गौरतलब है कि ब्रिटिश उच्चायोग 2017 से प्रतिवर्ष ‘एक दिन के लिए उच्चायुक्त’ प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है।
पिछले साल की प्रतियोगिता की विजेता लखनऊ की 20 वर्षीय जागृति यादव थीं।
उन्होंने विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, वेस्ट यॉर्कशायर की मेयर ट्रेसी ब्रेबिन और विप्रो के कार्यकारी अध्यक्ष रिशद प्रेमजी से मुलाकात की।
जागृति ने भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय कुमार सूद के साथ एसटीईएएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित) में 75 भारतीय महिलाओं के सम्मान में एक पुस्तक भी लॉन्च की।