कराेड़ाें के गबन मामले में चंडीगढ़ का इंस्पेक्टर व पुलिस कर्मी समेत तीन गिरफ्तार
बागपत, 7 अप्रैल (हि.स.)। जिले की बड़ाैत पुलिस ने पांच करोड़ रुपये के गबन मामले में चंडीगढ़ पुलिस में तैनात एक इंस्पेक्टर और पुलिस कर्मियों समेत तीन आराेपिताें काे गिरफ्तार किया है। तीनाें काे सोमवार दोपहर काेर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। इससे पूर्व भी पुलिस ने गबन मामले में दो आरोपित काे गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि चंडीगढ़ पुलिस की मदद से यह सारा षड्यंत्र रचा गया था।
एसपी अर्पीत विजयवर्गीय ने बताया कि मेरठ की सीएमएस कंपनी बैंकों की रकम काे एटीएम में डालने का काम करती है। इसके लिए कंपनी ने बड़ौत के गौरव और शामली जिले के रहने वाले रॉकी को जिम्मेदारी दी थी। कंपनी के प्रबंधक योगेंद्र सिंह ने बताया कि इन दोनों ने एटीएम में डालने के लिए मिले 5.26 करोड़ रुपये मशीन में नहीं डाले। कंपनी प्रबंधक ने कर्मचारियों पर कैश गबन का आरोप लगाते हुए बड़ौत कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। 24 एटीएम की वीडियोग्राफी से जांच की तो पांच करोड़ 26 लाख रुपये गबन का मामला सामने आया। इस शिकायत पर मामला दर्ज कर 25 मार्च को आरोपित गौरव व राकी को तमंचा मय कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि सारा खेल चंडीगढ़ पुलिस की सेंटिग से खेला गया। इसके बाद चंडीगढ़ में भी मुकदमा दर्ज कराया गया। प्रकरण में आरोपित चंडीगढ़ के एक इंस्पेक्टर, पुलिस कर्मी और जौहड़ी गांव निवासी मनीष को गिरफ्तार कर साेमवार काे जेल भेज दिया गया।
एसपी ने बताया कि चंडीगढ़ जेल में बंद गौरव, रॉकी, इंस्पेक्टर समेत छह आरोपियों को बी वारंट पर लाकर बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था। न्यायालय से पांच दिन की रिमांड लेकर आरोपियों से पूछताछ की गयी। जिसमें मनीष की निशानदेही पर चंडीगढ़ से 50 हजार रुपये बरामद किये गए हैं। जबकि पुलिस ने रॉकी के खेत में गड्ढा खाेदकर छुपाए गए 5 कराेड़ रुपये से भरा बैग बरामद कर लिया। वहीं, गौरव के आरिफपुर खड़खड़ी गांव में भूसे के कमरे में गड्ढा खोदकर दबाए गए बाकी की रकम काे भी बरामद कर लिए गए हैं। गबन की रकम बरामद की ली गई है। कुछ नकदी आराेपिताें ने खर्च कर लिए हैं।
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