विवादों में घिरी ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म आज रिलीज हो गई है। इस फिल्म को देखने के बाद लोग अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लेकिन दर्शकों की प्रतिक्रिया के बीच प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इस फिल्म पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। आम तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी फिल्म के बारे में उसे रिलीज होते ही कुछ नहीं बोलते। लेकिन द केरल स्टोरी के मामले में पीएम मोदी ने उसके सिनेमाघरों तक पहुंचते ही बड़ा बयान दिया है। शुक्रवार को कर्नाटक में आयोजित एक चुनावी रैली में पीएम मोदी The Kerala Story फिल्म का जिक्र किया। साथ ही उन्होंने कांग्रेस के साथ-साथ अन्य विपक्षी दलों पर हमला भी बोला है।
कर्नाटक में आयोजित रैली में पीएम मोदी ने कहा कि मैं ये देख कर हैरान हूं कि अपनी वोट बैंक के खातिर कांग्रेस ने आतंकवाद के सामने घुटने टेक दिए हैं। ऐसी पार्टी क्या कभी भी कर्नाटक की रक्षा कर सकती है? आतंक के माहौल में यहां के उद्योग, IT इंडस्ट्री, खेती, किसानी और गौरवमयी संस्कृति सब कुछ तबाह हो जाएगी।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि बीते कुछ वर्षों में आतंकवाद का एक और भयानक स्वरूप पैदा हो गया है। बम, बंदूक और पिस्तौल की आवाज तो सुनाई देती है लेकिन समाज को भीतर से खोखला करने की आतंकी साजिश की कोई आवाज नहीं होती। ऐसी ही आतंकी साजिश पर बनी फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ की इन दिनों काफी चर्चा है। कहते हैं कि केरल स्टोरी सिर्फ एक राज्य में हुई आतंकवादियों की नीति पर आधारित है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि केरल देश का इतना खूबसूरत राज्य है, यहां के लोग इतने परिश्रमी और प्रतिभाशाली होते हैं। उस केरल में चल रही आतंकी साजिश का खुलासा इस फिल्म में किया गया है। इस सिनेमा का भी कांग्रेस ने विरोध किया। ऐसी आतंकी प्रवृत्ति वालों से कांग्रेस, पिछले दरवाजे से राजनीतिक सौदेबाजी तक कर रही है।
डायरेक्टर सुदीप्तो सेन की ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म में केरल की लड़कियों का ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंकी संगठनों में शामिल होने की साजिश को बताया गया है। इस फिल्म में अदा शर्मा, योगिता बिहानी और सोनिया बेलानी मुख्य भूमिका में है। केरल की वामपंथी संगठन के साथ-साथ कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दलों ने फिल्म को बैन करने की मांग की थी।
फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ की कहानी शुरू होती है शालिनी उन्नीकृष्णन (अदा शर्मा) से, जिसे अफगानी सुरक्षा फोर्स आतंकवादी करार देते हुए हिरासत में लेती हैं। शालिनी उनसे बार बार कहती है कि वो पीड़िता है लेकिन उस पर कोई विश्वास नहीं करता है।
जिसके बाद शालिनी की कहानी कहानी फ्लैशबैक में शुरू होती है। कोच्चि की शालिनी कासरगोड के नर्सिंग स्कूल में पढ़ाई करने जाती हैं, वहां उनकी मुलाकात नीमा, गीतांजलि और आसिफा से होती है। जिस उसे कैसे ब्रेन बॉश कर आतंकी संगठनों में शामिल कराया जाता है यही फिल्म में दिखाया गया है।