केदारनाथ में गूंजने वाली मधुर आवाज हुई शांत ,वेदपाठी मृत्युंजय हीरेमठ ने 31 साल में ही दुनिया को कहा अलविदा
केदारपुरी में गूंजने वाली भजनों की आवाज अब हमेशा के लिए यादगार बनकर रह गई है। हर सुबह और संध्याकाल में मन्दिर मधुर आवाज से भक्तों को भावविभोर करने वाली…