केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का ब्राजील यात्रा में कृषि सहयोग को नई दिशा देने पर जोर

नई दिल्ली, 20 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान 21 अप्रैल को अपनी ब्राज़ील यात्रा से लौटेंगे। इस यात्रा के दौरान उन्होंने ब्रिक्स देशों के कृषि मंत्रियों की 15वीं बैठक में भाग लिया और भारत-ब्राजील के बीच कृषि व्यापार, तकनीक और नवाचार को मजबूत करने पर जोर दिया। चौहान ने भारत में सोया उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “उनका लक्ष्य भारतीय किसानों को वैश्विक स्तर की तकनीक का लाभ दिलाना है। छोटे किसानों को सशक्त किए बिना वैश्विक खाद्य सुरक्षा का लक्ष्य अधूरा रहेगा।”

बैठक में बायोफ्यूल, बायोएनर्जी, और कृषि मशीनरी के क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा हुई, जिससे भारतीय किसानों को आधुनिक तकनीक मिल सकेगी। चौहान ने ब्राज़ील के कृषि मॉडल, मैकेनाइजेशन, सिंचाई और रिसर्च से सीखने की इच्छा जताई और दोनों देशों के बीच जलवायु अनुकूल सोयाबीन किस्मों पर ज्ञान साझा करने की बात कही। उन्होंने ब्रासीलिया में भारतीय दूतावास में ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत पौधरोपण अभियान में भी भाग लिया।

चौहान ने ब्राज़ील के कृषि एवं पशुधन मंत्री कार्लोस हेनरिक बैकेटा फेवरो और कृषि विकास मंत्री लुईज पाउलो टेक्सेरा के साथ द्विपक्षीय बैठकें की, जहां कृषि तकनीक, ग्रामीण विकास और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। चौहान ने कहा, “ब्राज़ील प्रवास के दौरान कई अनुभवों और तकनीकों से समृद्ध होने का अवसर मिला है, जिससे हम भारतीय कृषि में सुधार कर सकेंगे।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत में सोया तेल का आयात होने के बावजूद, अब दोनों देश मिलकर सोयाबीन उत्पादन और प्रोसेसिंग में सहयोग करने की संभावनाएं तलाश रहे हैं।

कृषि मंत्रालय के अनुसार इस यात्रा से न केवल भारत-ब्राज़ील कृषि सहयोग को नई दिशा मिली है, बल्कि वैश्विक खाद्य सुरक्षा में भी योगदान करने की संभावना बढ़ी है। चौहान का यह प्रयास छोटे किसानों के सशक्तिकरण, कृषि नवाचार, और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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