राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनकी NCP नेताओं के ‘भ्रष्टाचार’ को लेकर की गई टिप्पणी याद दिलाई और उनसे दोषियों पर कार्रवाई करने को कहा।
पवार ने नासिक जिले के येवला में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के पास सारी सरकारी मशीनरी है। उन्हें इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करके उन्हें दंडित करना चाहिए।”
शरद पवार ने अपने भतीजे अजित पवार और राकांपा के आठ विधायकों के महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होने के एक सप्ताह बाद येवला में रैली करके अपनी राज्यव्यापी यात्रा शुरू की। येवला पार्टी के बागी नेता तथा मंत्री छगन भुजबल का निर्वाचन क्षेत्र है।
पवार की यात्रा के लिए उत्तर मुंबई से 250 किलोमीटर दूर एक छोटे से कस्बे येवला को चुना जाना पार्टी को फिर से खड़ा करने की उनकी कोशिशों को दर्शाता है।
मोदी ने भोपाल में बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राकांपा के नेताओं पर 70 हजार करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया था।
पवार ने प्रधानमंत्री के बयानों का जिक्र करते हुए कहा, “राकांपा के अध्यक्ष के रूप में….मैं यह सार्वजनिक रूप से कह रहा हूं। अगर आपको लगता है कि कोई भ्रष्टाचार में शामिल है, तो अपने पास मौजूद सभी शक्तियों का इस्तेमाल करें और आरोपों की गहन जांच करें।”
पवार (82) ने कहा, “अगर आप यह निष्कर्ष निकालते हैं कि किसी ने गलती की है, तो कोई भी सजा दें, हम सभी आपका समर्थन करेंगे।”
शरद पवार ने येवला रैली में राकांपा के बागी नेताओं से उनकी उम्र को मुद्दा नहीं बनाने को कहा। पवार ने कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए काम करते रहेंगे।
उन्होंने कहा, “कुछ लोग कहते हैं कि आप बूढ़े हो गए हैं और आपको रिटायर हो जाना चाहिए। मैं मानता हूं कि मैं 82 साल का हूं, लेकिन आपने अभी तक इस खिलाड़ी को नहीं देखा है। मैं अभी भी प्रथम श्रेणी का हूं। इससे ज्यादा कुछ बात करने की जरूरत नहीं है। यदि आप उम्र की बात करते हैं, तो इसे अपने जोखिम पर करें।”
भुजबल का नाम लिए बिना पवार ने कहा, “मैंने कुछ लोगों पर विश्वास करके गलती की, लेकिन मैं इसे दोहराउंगा नहीं। मैं उस गलती की माफी मांगने यहां आया हूं।”
रैली से पहले शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने बारिश में भीगते हुए एक वाहन में बैठे अपने पिता की तस्वीर साझा की।
साल 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा जिले में बारिश में भीगते हुए एक रैली को संबोधित करने की शरद पवार की तस्वीर वायरल हो गई थी, जिसकी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई थी।