वेदमाता श्री गायत्री शक्ति पीठ कसार में पंहुचे जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्ववरानन्द सरस्वती
हरियाणा में स्थापित होंगे भगवान विष्णु के 24 अवतारों के मंदिर , बहादुरगढ़ में बनेगा आदिराज पृथु का मंदिर
बहादुरगढ़। क्षेत्र के गांव कसार स्थित वेदमाता श्री गायत्री शक्ति पीठ में आयोजित धर्म सभा में पंहुचे उत्तरामयी ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्ववरानन्द सरस्वती ने हरियाणा को हरी का प्रदेश बताते हुए अपने अधिकार क्षेत्र वाले उत्तर भारत की धर्म यात्रा का शुभारम्भ किया। जगद्गुरु शंकराचार्य ने अपने सम्बोधन में हरियाणा के सभी जनपदों व चंडीगढ़ समेत २४ जगहों पर भगवान विष्णु के २४ अवतारों के अलग अलग मंदिर स्थापित करने की इच्छा जाहिर करते हुए प्रस्ताव धर्म सभा में रखा जिसे वंहा मौजूद सनातन धर्मियो की अपार भीड़ ने तालियों की गड़गड़ाहट से अनुमोदित किया। जगद्गुरु शंकराचार्य ने झज्जर जनपद में भगवान विष्णु के अवतार आदिराज पृथु के मंदिर की स्थापना की घोषणा की।
वेदमाता श्री गायत्री शक्ति पीठ कसार द्वारा आयोजित धर्म सभा में पंहुचे उत्तरामयी ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्ववरानन्द सरस्वती का हरियाणा बॉर्डर पर सैकड़ो की संख्या में धर्म ध्वजा धारी बाइक सवारों ने जोरदार स्वागत किया जिसके बाद शंकराचार्य जी को कार व मोटर साइकिलो के काफिले के साथ देवभूमि स्थित कसारेश्वर भगवान के मंदिर ले जाया गया जंहा भगवान श्री जगद्गुरु शंकराचार्य ने भगवान शिव की पूजा की। कसारेश्वर शिवालय में सैंकड़ो की संख्या में मौजूद महिलाओ की मंगल कलश यात्रा के साथ बीन बाजो के विशेष आकर्षण के बीच जगद्गुरु शंकराचार्य ने वेदमाता श्री गायत्री शक्ति पीठ में प्रवेश किया जंहा उनका आयोजक मंडल द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। जगद्गुरु शंकराचार्य ने सर्वप्रथम वेदमाता श्री गायत्री जी के मंदिर में पंहुच कर माँ का आशीर्वाद लिया ,जंहा आचार्य विनय मुदगल मोजूद रहे । धर्म सभा स्थल पंहुचने पर उत्तरामयी ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्ववरानन्द सरस्वती के स्वागत श्रृंखला में पादूका पूजन व बनारस से आये पंडितो द्वारा विशेष आरती की गई ,इस समय पुरे मंदिर प्रांगण में सनातन प्रेमियों के जय घोष से वातावरण बेहद धार्मिक एवं दिव्य बना रहा। धर्मसभा में शक्ति पीठ के व्यवस्थापक राहुलदेव मुदगल एडवोकेट , आचार्य रजनीश मुदगल , मुदगल चेतना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज मुदगल , वेदमाता श्री गायत्री शक्तिपीठाधीश्वर आचार्य पंडित हुकुम चंद मुदगल ने भी सम्बोधित किया। धर्म सभा में भगवान शंकराचार्य जी के सम्बोधन से पहले उनके साथ आये दण्डी स्वामी जी ने सनातनियो को संस्कार बनने व सात्विक रहने तथा बच्चो को संस्कृत व संस्कृति से जोड़ने का आह्वान किया। धर्म सभा में भगवान शंकराचार्य हरियाणा से अपनी उत्तर भारत यात्रा की शुरुवात का कारण बताते हुए कहा की जिस प्रदेश के नाम में ही हरी का नाम हो ऐसे प्रदेश से धर्म यात्रा का शुभारम्भ स्वतः ही शुभ होगा , उन्होंने कहा कि हरियाणा में एक सबसे बड़े गांव के आलावा २२ जनपद व चंडीगढ़ को जोड़कर कुल २४ जगहों पर भगवान विष्णु के २४ अवतारों के मंदिर बनाने की उनकी इच्छा है जिसे आज यंहा वेदमाता गायत्री शक्ति पीठ के प्रांगण से शुरू करने का संकल्प लेना चाहते है। वंहा मौजूद सनातन धर्मियो की भीड़ के अनुमोदन के बाद शंकराचार्य जी ने कहा की वह पुरे हरियाणा के सभी जनपदों का भ्रमण करेंगे और इसी कड़ी झज्जर जनपद में विष्णु के अवतार आदिराज पृथु का मंदिर स्थापित किया जायेगा। पुरे राज्य में सभी २४ अवतारों के मदिर बनने के बाद राज्य अपने नाम की तरह हरी का प्रदेश होगा। भगवान शंकराचार्य जी के सम्बोधन के बाद श्री गायत्री शक्तिपीठाधीश्वर आचार्य पंडित हुकुम चंद मुदगल के आवास में उनकी पादुका पूजन किया गया। साथ ही श्री गायत्री शक्तिपीठ द्वारा महाभोग भंडारे का आयोजन किया गया जंहा ह्जारो भक्तो ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर क्षेत्र के आलावा देश भर से श्रद्धालु कार्यक्रम में भाग लेने पंहुचे डा रतिराम ,पंडित देव प्रकश ,पंडित तुलसीराम, पंडित मुरारी लाल , पंडित सत्यनारायण , पंडित कै इन्द्र ,पंडित अनत राम, पंडित धारा नमबरदार ,पंडित धर्मपाल ,पंडित बलबीर , पंडित टोनी सरपंच के आलावा मुदगल चेतना परिवार के मध्य प्रदेश अध्यक्ष जीतेन्द्र शम्मी मुदगल , ग्वालियर से विष्णु मुदगल , सुरेंद्र मुदगल , राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत मुदगल, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुरेश मुदगल, राष्ट्रिय कोषाध्यक्ष सुधीर मुदगल , वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुधीर मुदगल खतौली , शशि कांत मुदगल ,देवदत्त मुदगल धीरेन्द्र मुदगल , बीरबल मुदगल ,संदीप मुदगल ,हनुराम मुदगल आदि मौजूद रहे।
गायत्री शक्ति पीठ में हुआ श्री यंत्र का विशेष पूजन
धर्म सभा में श्री गायत्री शक्ति पीठ कसार पंहुचे जगद्गुरु शंकराचार्य ने सबसे पहले माता गायत्री का आशीर्वाद लिया इस दौरान उनके साथ आये अन्य संतो द्वारा श्री यन्त्र की विशेष पूजा गायत्री मंदिर में की गई। अपने साथ लाये गए इस विशेष श्रीयंत्र की भारत के पहले श्री यंत्र गुम्बद मंदिर में पूजन के बाद अभिमंत्रित श्री यंत्र बद्रिकाधाम में स्थापित करने की जानकारी संतो द्वारा दी गई। गायत्री शक्ति पीठ के व्यवस्थापक राहुल देव मुदगल ने बताया की सर्वेश्वरी वेदमाता श्री गायत्री जी का यह भारत का सबसे पहला सिद्ध पीठ है जिसकी गुंबद का निर्माण श्री यंत्र द्वारा किया गया है।
परिवार ने किया पादुका पूजन
धर्म सभा में पधारे जगद्गुरु शंकराचार्य श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी का पंडित हुकुम चंद मुदगल जी के आवास में पादुका पूजन किया गया। शंकराचार्य के पंहुचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया जंहा पुष्प वर्षा एवं मनमोहक पुष्प रंगोली बनाई गई। पूरे परिवार ने जगद्गुरु शंकराचार्य जी आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर वेदमाता श्री गायत्री शक्ति पीठाधीश्वर आचार्य पंडित हुकुम चंद मुदगल , राहुल देव मुदगल , विनय मुदगल , आचार्य रजनीश मुदगल, देवांग मुदगल ,तेजस मुदगल व अन्य सभी परिजन मौजूद रहे।
महाभोग भंडारे का किया आयोजन
शंकराचार्य जी के धर्म सम्बोधन के बाद श्री गायत्री शक्ति पीठ द्वारा महाभोग भंडारे का आयोजन किया गया जिस्मे हजारो भक्तो ने प्रसाद ग्रहण किया।